जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में पर्यटकों पर हुए आतंकी हमले का मामला पहुंचा सुप्रीम कोर्ट
फिल हाल कश्मीर घूमने कोई न जाय।
राजेंद्र नाथ तिवारी
आतंकियोको आपके पैसे से पोषित किया जाता है
आर्थिक नस काटिए,आतंकी और आश्रय दाता दोनों खत्म होंगे
जम्मू-,कश्मीर के पहलगाम में पर्यटकों पर हुए आतंकी हमले को देखते हुए सुरक्षा व्यवस्था को लेकर सुप्रीटूरिस्टों पर हुए हमले की पूरे विश्व में निंदा की जा रही है. हमले के बाद कोर्ट में याचिका दायर की गई है.
यह याचिका सुप्रीम कोर्ट के वकील विशाल तिवारी ने दायर की है. याचिका में कहा गया है कि अभी गर्मियों की छुट्टियां होने वाली है. बहुत से टूरिस्ट हिल घूमने जाएंगे. इसको देखते हुए हिल इलाकों की सुरक्षा को बढ़ाई जाए. साथ ही याचिका में भविष्य में इस तरह की घटना ना हो. इसके लिए दिशा निर्देश जारी किया जाए. अगर आतंकी हमला होता है या पर्यटकों पर हमला होता है कि तुरंत मेडिकल सुविधा की व्यवस्था हो.
पर्यटकों की सुरक्षा के लिए कदम उठाने की मांग
याचिका में केंद्र और राज्य सरकार को संवेदनशील पहाड़ी क्षेत्रों में आने वाले पर्यटकों की सुरक्षा के लिए कदम उठाने की मांग की गई है. साथ ही पर्यटकों की सुरक्षा के लिए ऐसे क्षेत्रों में सशस्त्र बलों की तैनात करने का निर्देश देने की मांग की गई है. पहलगाम में हुए आतंकवादी हमले पर वरिष्ठ वकील कपिल सिब्बल का कहना है, ' जो लोग इसके लिए जिम्मेदार हैं, उन पर अंतरराष्ट्रीय न्यायालय में मुकदमा चलाया जाना चाहिए. मैं गृहमंत्री से आग्रह करता हूं कि पाकिस्तान को एक आतंकवादी राज्य घोषित करें और अंतरराष्ट्रीय आपराधिक न्यायालय में जाएं. मुझे यकीन है कि विपक्षी इसमें साथ देगा.'
हमले में 26 से ज्यादा लोगों की मौत
बता दें कि टूरिस्टों पर हुए हमले की पूरे विश्व में निंदा की जा रही है. इस हमले के पूरे देश को झकझोर कर रख दिया है. इस हमले में 26 से ज्यादा लोगों की मौत हो गई है. मृतकों में दो विदेशी और दो स्थानीय लोग बताए जा रहे हैं. इसमें नेपाल और यूएई के नागरिक शामिल हैं. इसके अलावा एक आईबी अधिकारी और एक नेवी के लेफ्टिनेंट विनय नरवाल भी पहलगाम आतंकी हमले में अपनी जान गंवाई है.
पुलवामा हमले के बाद दूसरा सबसे बड़ा आतंकी हमला
वहीं 20 से ज्यादा लोग घायल है. यह हमला पर्यटकों के एक समूह को निशाना बनाकर किया गया, जो ट्रैकिंग ट्रिप के लिए सुंदर बैसरन घाटी में आए थे. यह हमला जम्मू-कश्मीर में सबसे बड़े हमलों में से है. पुलवामा हमले के बाद दूसरा सबसे बड़ा आतंकी हमला माना जा रहा है. मंगलवार को दोपहर बाद हुए इस हमले के आतंकवादियों ने महिलाओं और बुजुर्गों सहित लोगों के एक समूह को निशाना बनाया है. इस हमले की जिम्मेदारी लश्कर-ए-तैयबा के विंग द रजिस्टेंस फ्रंट यानी टीआरफ ने ली है. फायरिंग के बाद आतंकी भाग निकले.
कोर्ट इसपर क्या समाधान देगी,जब कश्मीरी पंडित भाग्यवजाते तब कांग्रेस्को अच्छावलगता था.आज आतंकी जाती,नमाज,कलमा आयते पढ़ा रहा,राहुल नेहरू विदेश घूम रहा.अब तो यही कहना होगा कांग्रेस का हाथ आतंकियोके साथ. I'm