कौटिल्य शास्त्री
न्यासी डॉ श्यामा प्रसाद मुखर्जी फाउंडेशन
अचानक अगर स्मार्ट फोन बंद होगया तो आप क्या करेंगे ,इसके लिए आप तैयार रहिए.मेटा के सीईओ मार्क जुकरबर्ग ने हाल ही में दावा किया है कि स्मार्टफोन का युग जल्द ही समाप्त हो सकता है, और इसकी जगह स्मार्ट ग्लासेस ले सकते हैं। उनका मानना है कि 2030 तक स्मार्ट ग्लासेस इतने लोकप्रिय और व्यावहारिक हो जाएंगे कि लोग अधिकांश डिजिटल कार्यों के लिए इन्हीं का उपयोग करेंगे, जबकि स्मार्टफोन केवल कुछ विशेष कार्यों के लिए उपयोग में लाए जाएंगे।
स्मार्ट ग्लासेस क्यों हैं भविष्य की तकनीक?
जुकरबर्ग के अनुसार, स्मार्ट ग्लासेस में ऑगमेंटेड रियलिटी (AR) तकनीक का उपयोग होगा, जिससे जानकारी सीधे आंखों के सामने प्रदर्शित होगी। इसके अलावा, ये डिवाइस हैंड्स-फ्री कनेक्टिविटी, रियल-टाइम नेविगेशन, और पर्सनल असिस्टेंट जैसी सुविधाएं प्रदान करेंगे। उदाहरण के लिए, एप्पल का विजन प्रो स्मार्ट ग्लास एक बेहतरीन उदाहरण है, जिसमें शानदार विजुअल्स और हाई-परफॉर्मेंस कंप्यूटिंग दी गई है।
कौन-कौन सी कंपनियां इस दिशा में काम कर रही हैं?
मेटा के अलावा, माइक्रोसॉफ्ट (होलोलेंस), गूगल, मैजिक लीप, वुजिक्स, नॉर्थ, और सैमसंग जैसी बड़ी टेक कंपनियां स्मार्ट ग्लासेस पर काम कर रही हैं। रे-बैन मेटा स्मार्ट ग्लास, सोलोस एयरगो-3, वुजिक्स ब्लेड-2, और ओप्पो एयर ग्लास-3 जैसे उत्पाद जल्द ही बाजार में आ सकते हैं।
क्या स्मार्टफोन का युग वास्तव में खत्म हो जाएगा?
हालांकि स्मार्ट ग्लासेस की तकनीक तेजी से विकसित हो रही है और भविष्य में स्मार्टफोन की जगह ले सकती है, यह पूरी तरह कब और कैसे होगा, यह देखने वाली बात होगी। जुकरबर्ग का मानना है कि अगले दशक में स्मार्ट ग्लासेस लोकप्रियता और व्यावहारिकता में स्मार्टफोन को पीछे छोड़ देंगे।