जनपद स्तरीय 'हमारा आंगन हमारे बच्चे' कार्यक्रम बस्ती में संपन्न
बस्ती, 10 मार्च –
ब्लॉक रोड स्थित होटल महारानी में 'हमारा आंगन हमारे बच्चे' कार्यक्रम का जनपद स्तरीय आयोजन किया गया। कार्यक्रम का शुभारंभ जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी अनूप कुमार ने मां सरस्वती की प्रतिमा पर माल्यार्पण एवं दीप प्रज्वलित कर किया। इस अवसर पर विशिष्ट अतिथि खंड शिक्षा अधिकारी धीरेंद्र कुमार त्रिपाठी उपस्थित रहे। जिला समन्वयक (प्रशिक्षण) स्वप्निल श्रीवास्तव ने मुख्य अतिथि अनूप कुमार को बुके और अंगवस्त्र देकर सम्मानित किया। इसी क्रम में सीडीपीओ हर्रैया और खंड शिक्षा अधिकारी धीरेंद्र कुमार त्रिपाठी, अमित सोनी जिला समन्वय बालिका शिक्षा को भी सम्मानित किया गया।
कार्यक्रम का संचालन एसआरजी आशीष कुमार श्रीवास्तव ने किया। सभी अतिथियों का बैज अलंकरण किया गया। मुख्य अतिथि अनूप कुमार ने अपने संबोधन में कहा कि 'हमारा आंगन हमारे बच्चे' कार्यक्रम प्री-प्राइमरी शिक्षा को मजबूत करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण पहल है। यह छोटे बच्चों को शिक्षा की मुख्यधारा से जोड़ने में सहायक होगा। उन्होंने शिक्षकों, आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों और अभिभावकों से आह्वान किया कि वे बच्चों के समग्र विकास के लिए मिलकर कार्य करें।
कार्यक्रम के दौरान जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी अनूप कुमार ने बच्चों से संवाद किया और उनके शिक्षण-अधिगम की जानकारी ली। बच्चों ने उत्साहपूर्वक उनके सवालों के उत्तर दिए, जिनकी उन्होंने सराहना की। इस संवाद के दौरान बच्चों ने अपनी भाषा और गणितीय दक्षता का प्रदर्शन किया, जिससे यह स्पष्ट हुआ कि गतिविधि-आधारित शिक्षा का उनके सीखने पर सकारात्मक प्रभाव पड़ रहा है।
विशिष्ट अतिथि धीरेंद्र कुमार त्रिपाठी, सीडीपीओ हर्रैया, सुपरवाइजर पुष्पा रानी और शिखा मिश्रा ने भी अपने विचार व्यक्त किए। जिला समन्वयक स्वप्निल श्रीवास्तव ने अपने संबोधन में कहा कि 'हमारा आंगन हमारे बच्चे' सरकार की एक महत्वपूर्ण योजना है, जिसका उद्देश्य छोटे बच्चों को प्रारंभिक शिक्षा से जोड़ना और उनकी बौद्धिक क्षमता को विकसित करना है। इस कार्यक्रम के तहत बच्चों की भाषा और गणितीय दक्षता को बेहतर बनाने के लिए विभिन्न गतिविधियाँ कराई जा रही हैं, जिससे वे आगे की शिक्षा के लिए मजबूत आधार बना सकें।
प्रशिक्षण देते हुए एसआरजी अंगद पांडेय उन्होंने अपने संबोधन में कहा कि 'हमारा आंगन हमारे बच्चे' के तहत गतिविधि आधारित शिक्षा से बच्चों की जिज्ञासा और रुचि बढ़ रही है। खेल-खेल में सीखने की इस पद्धति से बच्चे जल्दी और आसानी से नई बातें समझ पा रहे हैं, जिससे उनकी सोचने-समझने की क्षमता विकसित हो रही है।
प्रशिक्षण देते हुए
एसआरजी आशीष श्रीवास्तव ने प्री-प्राइमरी शिक्षा के महत्व पर प्रकाश डालते हुए कहा कि 'हमारा आंगन हमारे बच्चे' कार्यक्रम के तहत विभिन्न रोचक गतिविधियों के माध्यम से बच्चों को सिखाया जा रहा है। वंडर बॉक्स के बारे में विस्तार से बताया इन गतिविधियों से न केवल उनकी भाषा और गणितीय दक्षता में सुधार हो रहा है, बल्कि उनका आत्मविश्वास भी बढ़ रहा है। शिक्षा को खेल के रूप में प्रस्तुत करने से बच्चे इसे बोझ नहीं समझते और सीखने की प्रक्रिया का आनंद लेते हैं।
कार्यक्रम के दौरान निपुण बच्चे, जिन्होंने उत्कृष्ट प्रदर्शन किया और सम्मानित हुए, उनके नाम अनया पटेल, अभय, दिलशाद, सौया, अंशिका, आराध्या, प्रियांशु, अनृत, मो. अफ्फान, दीक्षा चौधरी, अनुज, रितिक, अनन्या, श्रेय, अर्चना, अमरजीत और निधि हैं। इन बच्चों को बैग, प्रमाण पत्र और ₹500 की प्रोत्साहन राशि प्रदान की गई। साथ ही, नोडल शिक्षण संकुल, नोडल शिक्षक, आंगनबाड़ी कार्यकत्री और सुपरवाइजर को भी प्रमाण पत्र देकर सम्मानित किया गया।
इस अवसर पर अमित सोनी (डीसी बालिका), एस आर जी आशीष श्रीवास्तव ,अंगद पांडेय ,एआरपी राकेश पांडेय, अनिल पांडेय, संतोष पांडेय, गिरजेश सिंह, अविनाश दुबे, मनोज उपाध्याय, अविनाश शुक्ला, जनार्दन शुक्ला ,रामजीत राम शंकर पांडे दिव्यांश त्रिपाठी, आलोक मिश्र, विमल आनंद, अब्दुल, सुनील गुप्ता, मधुलिका सिंह दीपिका श्रीवास्तव परिणीता सिंह तोसी द्विवेदी एकता सिंह योगेश सिंह गिरजेश दुबे वेद प्रकाश उपाध्याय बृजेश कुमार वंदना वर्मा वंदना चौधरी संतोष श्रीवास्तव अनीता द्विवेदी ज्योति शुक्ला
सहित तमाम गणमान्य लोग उपस्थित रहे।
कार्यक्रम के दौरान प्री-प्राइमरी में अध्ययनरत बच्चों ने भाषा और गणित में अपनी दक्षता का प्रदर्शन किया। अंत में, जिला प्रशिक्षण समन्वयक स्वप्निल श्रीवास्तव ने सभी अतिथियों और प्रतिभागियों का आभार व्यक्त किया। इस आयोजन ने प्री-प्राइमरी शिक्षा के महत्व को उजागर किया और बाल शिक्षा को बढ़ावा देने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम साबित हुआ।