सामूहिक विवाह में फर्जीवाड़े ने तूल पकड़ा, जांच शुरू,,भाई बहन की शादी करवादी

 

 सामूहिक विवाह में फर्जीवाड़े ने तूल पकड़ा, जांच शुरू

भाई बहन की शादी करवादी

जौनपुर। उत्तरप्रदेश 


 जिले में मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह योजना के तहत हुए आयोजन में फर्जीवाड़े के मामले ने तूल पकड़ लिया है। बीते 12 मार्च को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की उपस्थिति में सामूहिक विवाह समारोह आयोजित किया गया था, जिसमें सगे भाई-बहन व अहियापुर में तीन साल के एक बच्चे के पिता की शादी के मामले सहित अन्य शादियां भी जांच के घेरे में आ गई हैं। समाज कल्याण अधिकारी मामले की जांच कर रहे हैं। भाई-बहन की शादी के मामले में भाई ने दलील दी कि वह शौक में दूल्हे का जोडा जामा पहनकर दीदी के साथ बैठ गया था। गलती हो गई, आगे से ऐसा नहीं होगा। इसी प्रकार शहर के अहियापुर का भी प्रकाश में आया है। बताया जा रहा है कि एक युगल की चार साल पहले शादी हुई थी। उसका तीन साल का बच्चा भी है। बावजूद इसके योजना का लाभ लेने के लिए वह व्यक्ति फिर से सामूहिक विवाह में बैठ गया था।

 ऐसे मामले सैकड़ों है। ज्ञात हो कि यह प्रकरण आयोजन के तुरंत बाद चर्चा का विशय बन गया था, लेकिन प्रशासन ने इसे दबाने की भरपूर प्रयास किया। यह मामला तब स्पश्ट रूप् से सामने आया जब एक फोटो सोशल मीडिया पर वायरल हुई, जिसमें मडयिहूं तहसील के मईडीह गांव के सगे भाई-बहन शादी के जोडे में नजर आए. तस्वीर सामने आते ही गांव में हड़कंप मच गया। इसके बाद जब मीडिया ने समाज कल्याण विभाग से इस विवाह समारोह में शामिल जोडों की सूची मांगी, तो अधिकारियों ने जानकारी देने से इनकार कर दिया। जौनपुर महोत्सव के अंतिम दिन 1,001 जोडों की शादी मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह योजना के तहत कराई गई. इस दौरान खुद मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ भी मौजूद थे और उन्होंने नवविवाहित जोडों को आशीर्वाद दिया था.।

जब मीडिया ने जिले के प्रभारी मंत्री ए.के. शर्मा से इस मनमानी पर सवाल किया, तो उन्होंने कहा कि इतने बडे आयोजनों में हर चीज को छिपाना संभव नहीं होता. । जिलाधिकारी डॉ. दिनेश चंद्र ने पहले तो इससे इनकार किया, लेकिन बाद में स्वीकार किया कि मड़ियाहूं में भाई-बहन की शादी का मामला सामने आया है और इसकी जांच कराई जा रही है।प्रशासन ने इस विवाह योजना के तहत मिलने वाली सरकारी सहायता को रोकने का फैसला किया है. साथ ही, जिले के सभी 21 ब्लॉकों में लाभार्थियों के सत्यापन का आदेश दिया गया है. रिपोर्ट तैयार होने के बाद इसे मुख्य विकास अधिकारी को सौंपा जाएगा।

Post a Comment

Previous Post Next Post

Contact Form