गंगा किनारे बना है 'मौत का होटल', सिर्फ मरने के लिए आते हैं लोग, एक दिन का देते हैं इतना किराया
भारत में ऐसी कई जगहें हैं, जिनका धार्मिक महत्व है. इन स्थलों पर श्रद्धालुओं की भीड़ देखने को मिलती है. धर्म से जुड़े लोगों के बीच ये जगहें काफी महत्व रखती हैं. इसी में से एक है वाराणसी. बनारस के किनारे लोग मुक्ति के लिए आते हैं.
चित्र, न्यूज 18 साभारआपको यहां कई श्मशान दिख जाएंगे जहां की आग कभी ठंडी नहीं होती. हिंदू धर्म के मुताबिक, जिसकी मौत बनारस में होती है, वो सीधे बैकुंठ जाता है. कई लोग अपनी मौत के बाद आखिरी इच्छा के रुप में बनारस में ही भस्म होने की इच्छा जताते हैं. उनकी जिंदगी का मकसद होता है कि वो बस अपनी लाइफ की आखिरी सांसें बनारस की पवित्र धरती पर लें और यहीं अपने प्राण त्याग दें. कई लोग अपने इस सपने को पूरा करने से पहले चल बास्ते हैं. ऐसे में उनकी राख गंगा में बहा दी जाती है. हालांकि, अब बनारस में ऐसे कई होटल खोल दिए गए हैं, जहां रहकर लोग अपनी मौत का इंतजार करते हैं.मरने के लिए करते हैं चेक इन
जी हां, ये बिलकुल सच है. सोशल मीडिया पर एक इन्फ्लुएंसर ने लोगों को मौत के इन होटलों की झलक दिखाई. इन होटलों में वैसे लोग आते हैं जो काफी बीमार हैं. उन्हें इस बात का अहसास हो जाता है कि अब उनके पास ज्यादा समय नहीं है. ऐसे में आखिरी सांसें बनारस में गिनने के लिए वो मौत के इन होटलों में ठहरते हैं. यहां कमरे लेकर वो रहने लगते हैं ताकि इसी जगह उनकी मौत हो जाए और वो सीधे स्वर्ग का द्वार पा सकें.
देते हैं ऐसी सुविधाएं
बनारस के ऐसे ही एक होटल के मालिक से भी शख्स ने बातचीत की. उन्होंने बताया कि बीमार लोग बनारस में मौत का इन्तजार करने के लिए उनके होटल में कमरे लेते हैं. यहां आने वाले लोगों में ज्यादातर मरीज होते हैं, जिन्हें डॉक्टर्स भी जवाब दे चुका होता है. ये लोग होटल में मात्र बीस रुपए प्रतिदिन के हिसाब से ठहर सकते हैं. कई लोग तो दो-दो महीने तक अपनी मौत के इंतजार में यहां तहते हैं. पिछले कुछ समय से इलाके में मौत के इन होटलों की संख्या में वृद्धि देखने को मिली है. ऐसे अनोखे होटल भी होते हैं, ये जानकर लोग हैरान नजर आ रहे हैं.