अजब दुर्भाग्य-कुंभ की दुर्घटना से बच गये तो सड़कों पर गयी जान

 अजब दुर्भाग्य-कुंभ की दुर्घटना से बच गये तो सड़कों पर गयी जान!


प्रयागराज 

महाकुंभ में मची भगदड़ में यूपी सरकार के अनुसार जो श्रद्धालुओं की जितनी मौतें हुई यदि सड़क ट्रैफिक पर ध्यान नहीं दिया गया तो कुंभ पर्व के समापन तक उससे मौत ज्यादा सड़क हादशों में हो जायेगी। कुंभ से लौटते श्रद्धालुओं के लिए काल बनी सड़क, कई जिलों में हुये हादसे से 13 श्रद्धालुओं की मौत हुई है तथा दर्जनों के घायल होने की खबर है। महाकुंभ से लौटते श्रद्धालुओं के साथ गाजीपुर, गोरखपुर, देवरिया और गोंडा में हुई सड़क दुर्घटना हो चुकी है।


कुंभ से स्नान कर लौट रहे श्रद्धालुओं की पिकअप वैन गाजीपुर जिले के वाराणसी-गोरखपुर हाइवे पर नंदगंज थाना क्षेत्र के सहेड़ी इलाके में ट्रक से टकरा गई। टक्कर इतनी भीषण थी कि पिकअप में सवार 8 श्रद्धालुओं की मौके पर ही मौत हो गई, जबकि 10 अन्य गंभीर रूप से घायल हो गए। आसपास के लोगों ने तुरंत पुलिस को सूचना दी। मौके पर पहुंची पुलिस ने घायलों को अस्पताल में भर्ती कराया। हाइवे पर पिकअप का डाला टूट गया, गिरने वालों के ऊपर पीछे आ रही तेज रफ्तार ट्रक चढ़ती गयी। जिससे मौके पर ही उनकी मृत्यु हो गयी।मरने वाले गोरखपुर के थे।



दूसरा मामला गोरखपुर लिंक एक्सप्रेसवे का है।जहां महाकुंभ से स्नान कर लौट रहे श्रद्धालुओं की कार डंपर से टकरा गई। इस हादसे में 3 श्रद्धालुओं की मौके पर ही मौत हो गई, जबकि अन्य घायल हो गए। मृतकों की पहचान बिहार के मोतिहारी जिले के निवासियों के रूप में हुई है। प्रारंभिक जांच में डंपर चालक की लापरवाही सामने आई है, जिसकी जांच की जा रही है।


गोंडा-लखनऊ हाईवे पर भंभुआ गन्ना समिति के पास महाकुंभ से लौट रही एक मैक्स वाहन दुर्घटनाग्रस्त हो गई। इस हादसे में एक श्रद्धालु की मौत हो गई, जबकि 12 अन्य घायल हो गए। 


देवरिया के बरहज क्षेत्र में कुंभ से स्नान कर लौट रहे श्रद्धालुओं की सफारी गाड़ी सुबह राम-जानकी मार्ग पर तेलिया अफगान के समीप अनियंत्रित होकर गुमटी में घुस गई। जिससे गुमटी में बैठे 14 वर्षीय किशोर हरिकेश यादव की मौत हो गई, जबकि उसके दादा की स्थिति गंभीर है।


इस संदर्भ में रोड एक्सीडेंट पर सुधार के लिये सपर्पित शुभम सोती फाउंडेशन के अध्यक्ष आशुतोष सोती ने कहा कि गंतव्य से लौटने में लोग जल्दबाजी कर रहे हैं। रोड पर जगह-जगह ट्रैफिक कंट्रोल के नाम पर रोके गये कमर्शियल वाहन जैसे-तैसे सड़कों पर चलने से वह भी गंतव्य पर पहुंचने के लिये कम नींद लेकर गंतव्य तक पहुंचने में जल्दबाजी कर रहे हैं। उत्तर प्रदेश के सभी जिलों में ट्रैफिक पुलिस के साथ ट्रैफिक कंट्रोल करने में सक्षम, एनसीसी कैडेट, होमगार्ड्स, ओइएसर्दी व प्रशिक्षु सामाजिक संगठनों के वलेंटियारों लगा कर दुर्घटना कम किया जा सकता है।

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