*स्वच्छ भारत मिशन का पलीता लगा रहे विडिओ कप्तानगंज*
-ब्लाक परिसर मे पडा डायपर विडिओ की निष्क्रियता का दे रहा सुबुत
-ब्लाक का कमिशन के आड में दबा दुर्गंध पर नही जा रहा ध्यान
-ब्लाक परिसर में बच्चो का पडा डायपर स्वच्छता का लगा रहा पलीता
-नाक के नीचे हो रही गंदगी से ब्लॉक कर्मचारी अंजान ले रहे गंदे डायपर का सुगंध
-सरकार की मंशा पर सवाल खड़े कर रहा गन्दगी फैलाने वाला ब्लाक
-योजनाओ का क्रियान्वयन होने वाले स्थान से स्वच्छता का लगाया जा रहा पलीता
*बस्ती*... भारत सरकार द्वारा शुरू किए गए स्वच्छ भारत मिशन उप मिशनों में से एक है ।जिसका मुख्य उद्देश्य मलिन एवं गन्दगी भरी जगह को साफ़ सुधरा रखना है।
आपको बताते चलें कि कप्तानगंज ब्लाक में डायपर (गंदगी) की अंबार लगा हुआ है ।इस ब्लाक में लगभग दर्जनों कर्मचारीयों की तैनाती है। फिर भी सरकार की स्वच्छ भारत मिशन की मंशा पर सवाल खड़े कर रहें है। सरकार द्वारा जहां से योजनाओ का क्रियान्वयन करवाया जाता है उस जगह पर गंदगी की अंबार लगी हो तो उससे सरकार की छवि धूमिल करना कहा जाता है । ब्लाक में पड़ा (बिखरा) डायपर व कुड़ा करकट से भयंकर बिमारी होने का अंदेशा होता है । इसी गंदगी से डेंगू मलेरिया जैसी घातक बिमारियां होती है। गंदगी की भरमार से फैली दुर्गंध से हर कोई वाकिफ हैं लेकिन कोई कुछ भी न कहने से कतराता रहता है।
बात करे ब्लाक के मुखिया की तो साहब अपने कुर्सी के अगल बगल की साफ सफाई तक सीमित है।नाक के नीचे गंदे डायपर से हो रही गंदगी व कुड़ा करकट से फैली दुर्गंध को साफ करवाना मुनासिब न समझ कर सुगंध लेना मुनासिब समझते हैं । कप्तानगंज ब्लाक परिसर की सफाई व्यवस्था चरमरा गई है। भाई गलती साहब की नहीं है काम करने का दबाव इतना ज्यादा होता है कि साफ सफाई पर ध्यान जाता ही नही है । या यूं कहे जरूरी नहीं समझते हैं । और ब्लाक मे गंदगी क्यो न हो जब अधिकारी व कर्मचारी अपनी कुर्सी की पेटी बांधे बैठे है ।