अयोध्या में भाजपा की ट्रिपल इंजन की सरकार स्थानीय बैट्री रिक्शा चालकों का हक छीन कर बाहरी बैट्री रिक्शा कंपनियों से श्रद्धालु लूट रहे,

 अयोध्या में भाजपा की ट्रिपल इंजन की सरकार स्थानीय बैट्री रिक्शा चालकों का हक छीन कर बाहरी बैट्री रिक्शा कंपनियों से श्रद्धालुओं को लुटवा रही,



लखनऊ। एक वर्ष पूर्व अयोध्या स्थिति श्रीरामजन्मभूमि पर विराजमान भगवान राम लला की भव्य प्रतिमा लगा कर राम मंदिर का उद्घाटन किया गया। राम मंदिर तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट ने प्रधानमंत्री से उद्घाटन के नाम पर देश के राष्ट्रपति, उपराष्ट्रपति, कई महत्वपूर्ण धर्माचार्यों व शकराचार्य की अनदेखी कर मंदिर का उद्घाटन करवाया। अयोध्या में श्रद्धालुओं की सुविधा के लिये एक से बढ़ कर एक घोषणा हुई। जिनमें इलेक्ट्रॉनिक सिटी बस, बैट्री रिक्शे की सुविधा बधाई गयी। बताते हैं कि इस बीच श्रद्धालुओं की बढ़ती संख्या देख कर गुजरात गैंग से जुड़ी प्राइवेट रिक्शा कंपनियों ने अयोध्या विकास प्राधिकरण और राज्य सरकार में अपनी पैठ के चलते श्रद्धालुओं को लूटने की योजना को फलीभूत कर दिया। प्रशासन से मिले संरक्षण के चलते अयोध्या के मूल निवासियों व आस पास के गरीब रिक्शा चालकों को उस क्षेत्र से बाहर कर दिया गया जहां श्रद्धालुओं की सर्वाधिक आवाजाही है। श्रीराम मंदिर, हनुमानगढ़ी और सरयू घाट मार्ग राम पथ पर कोतवाली और राम मंदिर के बीच केवल अयोध्या विकास प्राधिकरण से संचालित होने वाले रिक्शे ही चल सकते हैं। इनके अलावा यदि कोई और रिक्शे वाले इस क्षेत्र में घुसना चाहें तो ट्रैफिक पुलिस ही या सिविल पुलिस वह कड़ाई से इनका प्रवेश रोकते हैं बल्कि उन पर जुर्माना भी लगाते हैं।इस बात को लेकर सस्ते किराये पर चलने वाले स्थानीय बैटरी रिक्शा वालों में बहुत आक्रोश व्याप्त है।समाचार लिखे जाने तक पुलिस प्रशासन और भाजपा के ट्रिपल इंजन की सरकार के बल पर स्थानीय गरीब रिक्शा वालों का दमन जारी है।जिम्मेदार लोगों में कोई उनके साथ न्याय करने तो दूर बात सुनने को नहीं तैयार है।जब राम मंदिर का उद्घाटन था तब कहा गया था कि पिंक रिक्शा चला कर महिलाएं आत्मनिर्भर होंगी।यह रिक्शा अब एक प्राइवेट कंपनी संचालित कर रही है, जिसने महिलाओं को दरकिनार कर पुरुषों को थमा दिया। पिक आवर में इलेक्ट्रॉनिक बसों का संचालन यह कह कर उत्तरी छोर सरयू घाट और दक्षिणी छोर टेढ़ी बाजार पर रोक दिया जाता है। बाहर से आये श्रद्धालुओं से न्यूनतम किराया 20 रुपया वसूला जाता है। जबकि उसी न्यूनतम दूरी के लिये उत्तरी छोर पर सरयू घाट से हनुमानगढ़ी तक स्थानीय बैट्री रिक्शा चालक 10 रुपये में पहुंचाते हैं। ठीक इसी प्रकार टेढ़ी बाजार से श्रीरामजन्मभूमि मंदिर के लिये स्थानीय बैट्री रिक्शा चालक 10 रुपये में पहुंचाते हैं। जबकि अनुबंधित तीनों रिक्शा कंपनियों के चालक 20 रुपया वसूलते हैं। इस संदर्भ में जब दोका सामना ने ओएसडी अयोध्या विकास प्राधिकरण से जानना चाहा तो उन्होंने संबंधित कंपनियों का नाम और स्थानीय बैट्री रिक्शा चालकों से डबल वसूली पर यह कह कर बोलने से मना कर दिया कि यह उनके कैपिसिटी का सवाल है। उन्होंने कहा इसके लिये आपको मेरे कार्यालय आना पड़ेगा। मैं अपने अधिकारियों से पूछ कर उनसे मिलवा दूंगा इसका जवाब वही देंगे। एक स्थानीय गरीब बैट्री रिक्शा चालक ने नाम न छापने की शर्त पर बताया कि अयोध्या में भाजपा की ट्रिपल इंजन की सरकार श्रद्धालुओं को सुनियोजित तरीके से लूट रही है। 2024 में राम मंदिर के उद्घाटन के समय इलेक्ट्रॉनिक सिटी बस न्यूनतम 10 रुपये में राम मंदिर से हनुमानगढ़ी, तुलसी उद्यान होते हुये सरयू घाट (लता मंगेशकर चौक) तक पहुंचा देती थी। स्थानीय बैट्री रिक्शा चालक भी हनुमानगढ़ी से सरयू घाट तक दस रुपये में श्रद्धालुओं को यही सुविधा देते थे।अब भीड़ बढ़ने की दुहाई देकर बसों को मुख्य स्थलों के निकट से दूर कर दिया जाता है।जबकि स्थानीय बैटरी रिक्शा चालकों को इस महत्वपूर्ण क्षेत्र में प्रवेश ही नहीं करने दिया जाता।उन्होंने बताया कि स्थानीय बैट्री रिक्शों पर नम्बर प्लेट भी लगा है, जबकि अनुबंधित बैटरी रिक्शों पर नम्बर प्लेट भी नहीं लगा है।

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