सत्ता के लिए कुछ भी करेगा ,उसे आतंक्वादियों से भी हाथ मिलाने उसे संकोच
नहीं,पर भारतीय भारतीय जनता पार्टी सत्ता से चिढ़ .,राजेंद्र नाथ तिवारी
राहुल गांधी और पूरी कांग्रेस कुर्सी के लिए पागल हो गई हैं!! अपनी इस बात को सिद्ध करने के लिए क्या आप कुछ उदाहरण देंगे?
वैसे बाकी पार्टीयां खासकर भाजपा इस कुर्सी के लिए पागल नही है इसका भी कुछ कुछ उदाहरण दे दीजिए।
तब, जब की पूरा देश कोरोना की महामारी से जूझ रहा था हमारे प्रधानमंत्री जी और गृहमंत्री जी हर 2–3 दिन पर बंगाल जा कर रैलियों को संबोधित कर रहे थें जिनमे हजारों-लाखों की भीड़ उमड़ रही थी।
उत्तरप्रदेश में, जब कोरोना चरम पर था तब पंचायत चुनाव कराए गए जिनमे करोड़ो लोगों ने भाग लिया और कोरोना फैलाया। आज उत्तरप्रदेश में हर रोज गंगा से पचासों की संख्या में लाशें निकाली जा रही हैं।
हमारे प्रधानमंत्री, गृहमंत्री हर चुनाव जीतने के लिए हर चीज भूल जाते हैं। जैसे सिकंदर को पूरी दुनिया जितने की भूख थी ठीक वही भूख हमारे आदरणीय प्रधानमंत्री जी के अंदर दिखती है। उनका मुख्य ध्यान और उद्देश्य अपनी छवि बनाने में है।
क्या यह सब कुर्सी का मोह नही है?
आज देश की आम जनता सरसो तेल 175, रिफाइंड तेल 185, और पेट्रोल 90–100 रुपये लीटर खरीदने पर मजबूर है। खाद्य तेलों की क़ीमत आज से 10 महीने पहले इसकी आधी कीमत पर उपलब्ध थें। आटा 35 रुपये किलो है।
कोरोना पीड़ितों को ऑक्सीजन, वैक्सीन और दवाइयां मुश्किल से उपलब्ध हो रही हैं।
सच्चाई तो यह है कि अगर देश की कोई राजनीतिक पार्टी सबसे ज्यादा सत्ता और कुर्सी की लोभी है तो वह खुद भाजपा है।
मैं किसी भी राजनीतिक पार्टी का समर्थन नही करता लेकिन दुर्भावना से ग्रस्त होकर सवाल भी पूछना उचित नही है।
कांग्रेस अगर एकदम सही होती तो आज उसकी यह दुर्गति नही होती।