दोलाख में आईपीएस बन गया जेल, वर्दी सिस्टम का फेल्योर

 बिहार में दो लाख देकर बेरोजगार बना आईपीएस, मामा से लिया उधार,आईपीएस की वर्दी में बिहार की सड़को पर कर रहाठा रोब गालिब,क्रास चेकिंग में गया जेल,सिस्ट


म सन्न,माफिया प्रसन्न.गया जेल,सिस्टम का फेल्योर.

इस घटना से राज्य और देश की  वर्दीछवि पर भी असर पड़ा है। यह दिखाता है कि कैसे युवा अपने भविष्य को सुरक्षित करने के बजाय शॉर्टकट्स का सहारा ले रहे हैं।

यह न केवल युवाओं के लिए बल्कि समाज के लिए भी एक खतरनाक संदेश देता है कि पैसे से सबकुछ खरीदा जा सकता है।

इसके अलावा, यह सवाल उठता है कि सिस्टम की सुरक्षा और जांच-पड़ताल कितनी कमजोर हो चुकी है।

अगर कोई युवक 2 लाख देकर आईपीएस अधिकारी बन सकता है, तो इससे उन असली उम्मीदवारों का क्या होगा जो कड़ी मेहनत और ईमानदारी से अपनी परीक्षा पास करते हैं और सिस्टम में अपनी जगह बनाते हैं?

राजस्थान का पेपर चोरी मामला

बिहार की इस घटना के साथ ही, राजस्थान में भी एक और घोटाले का जिक्र जरूरी है। यहां पर पेपर चोरी कर असली थानेदार की नौकरी दिलाने की घटनाएं सामने आई हैं।

दोनों घटनाएं यह दर्शाती हैं कि देश में किस प्रकार भ्रष्टाचार और धांधली का बोलबाला बढ़ रहा है। एक तरफ बिहार में 2 लाख देकर फर्जी आईपीएस बनने की घटना है, वहीं दूसरी तरफ राजस्थान में पेपर चुराकर सरकारी नौकरियों में अनियमितता हो रही है।

नतीजा

इस घटना ने हमें यह सिखाया है कि सिर्फ कानून व्यवस्था को सख्त करने की जरूरत नहीं है, बल्कि समाज में नैतिकता और ईमानदारी को भी बढ़ावा देना होगा।

यह बेहद जरूरी है कि हमारी शिक्षा व्यवस्था और रोजगार के अवसर ऐसे हों कि युवा वर्ग शॉर्टकट्स की ओर न बढ़े, बल्कि ईमानदारी और मेहनत से अपने लक्ष्यों को हासिल करने की कोशिश करें।

सरकार और प्रशासन को इस तरह के फर्जीवाड़े और भ्रष्टाचार के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करनी होगी ताकि भविष्य में इस तरह की घटनाओं की पुनरावृत्ति न हो।

साथ ही, समाज को भी इस बात का ध्यान रखना होगा कि इस तरह के अनैतिक कार्यों को समर्थन न मिले और युवा सही दिशा में अपने जीवन का निर्माण करें।

Post a Comment

Previous Post Next Post

Contact Form