आसमान्य होकर सामान्य जीवन जीना कठिन कार्य है-नरेन्द्र कुमार श्रीवास्तव



आसमान्य होकर सामान्य जीवन जीना कठिन कार्य है-नरेन्द्र कुमार श्रीवास्तव

बस्ती 18 सितम्बर ,

 पूर्व राज्य सूचना आयुक्त नरेन्द्र कुमार श्रीवास्तव
ने बुद्ववार को कहा है कि आज के समय मे आसमान्य होकर सामान्य जीवन जीना
बहुत ही कठिन है जो सबके बस की बात नहीं है ऐसा कार्य कोई विरले व्यक्ति
ही कर सकता है।
  बुद्ववार को प्रेस क्लब के सभागार मे पूर्वांचल के वरिष्ठ पत्रकार स्व0
अनिल कुमार श्रीवास्तव की चैथी पुण्यतिथि के अवसर पर बतौर मुख्य अतिथि
सम्बोधित करते हुए उन्होने कहा कि स्व0 अनिल कुमार श्रीवास्तव का जीवन एक
पाठशाला है जो की अत्यन्त पवित्र है पत्रकारिता हो या सामाजिक जीवन उनका
कोई भी शत्रु नहीं रहा उनके मन मे जहां बड़ो के प्रति आदर था वहीं छोटों
के भी प्रति अपनापन और लगाव रहा।वो सबको साथ लेकर चलते थे जिसका परिणाम
है कि आज उनके चैथे पुण्य तिथि पर इतने सारे लोग एकत्र होकर उनके बारे मे
अच्छे-अच्छे विचार और उनसी जुड़ी यादें साझा कर रहे है।
  उन्होने कहा कि आज के समय काल मे जब लोगो के पास थोड़ी सी भी समृद्वि
या यश की प्राप्ति होती है तो वो अपने आप को सामाज से आगे मानने लगते है
और आम अवाम से कट जाते है लेकिन अनिल कुमार श्रीवास्तव एक ऐसे व्यक्तिव्व
रहे जो कि प्रशासन से लेकर आमजन गांव,गरीब,किसान सबसे जुड़े रहे जो कि
सबके बस की बात नहीं है। हम सभी लोगो को उनके जीवन से एक सबक लेना चाहिए
कि किस प्रकार से हम पत्रकारिता को एक मिशन के रूप मे आज भी चला सकते है।
पत्रकार का कर्तव्य है कि समाज को स्वच्छ और सुन्दर बनाने मे अपना अहम
योगदान प्रदान करें।
   कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए भाजपा नेता पूर्व सांसद हरीश द्विवेदी
ने कहा कि स्व0 अनिल कुमार श्रीवास्तव का स्नेह हमें सदैव मिलता रहा है
उनका जीवन अत्यन्त सरल और सादगी पूर्ण था खबरो के प्रति वो अतयन्त सजग थे
खबर और अफवाह का वो विशलेषण बा खूबी कर लेते थे शायद ही कोई उनका स्थान
ले पाये।
   कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए वरिष्ठ पत्रकार दिनेश चन्द्र पाण्डेय
ने कहा कि स्व0 अनिल कुमार श्रीवास्तव जैसा व्यक्ति पत्रकारिता और
सामाजिक क्षेत्र मे मेरे जीवन काल मे अभी तक कोई दूसरा नहीं मिला वो सभी
को सम्मान देना और उनसे सम्मान प्राप्त करना दोनो जानते थे अपनो के दुख
मे चट्टान की तरह खड़े हो जाते थे।
   कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए अनिरूद्व कुमार त्रिपाठी ने कहा कि
स्व0 अनिल कुमार श्रीवास्तव ने अपनी खबरो मे कभी भी पक्षपात नहीं किया जो
जैसा था उसको वैसा दिखाया पुलिस, प्रशासन,नेता,किसान कोई भी हो अनिल
कुमार श्रीवास्तव के इन आर्दशों को बाखूबी जानते थे इसलिए उनका सम्मान भी
करते थे।
 पूर्व जिलाध्यक्ष भाजपा महेश कुमार शुक्ल ने सम्बोधित करते हुए कहा कि
अनिल श्रीवास्तव ने जो अलख जगाई है ये हमेश जगमगाता रहेगा उनका जीवन एक
वट वृक्ष के सामान था जिसकी शाखाओं पर न जाने कितने लोगो को पत्रकारिता
का ककहरा सीखने को मिला,अनिल कुमार श्रीवास्तव ने अपने पूरे जीवन काल मे
कभी भी मूल्यों से समझौता नही किया वो सच को सच और झूठ को झूठ कहने की
हिम्मत रखते थे।
   वरिष्ठ साहित्यकार रामनरेश सिंह मन्जुल ने सम्बोधित करते हुए कहा कि
अनिल श्रीवास्तव का जितना रूचि पत्रकारिता मे था उतना ही समाज सेवा मे था
उनसे विद्यार्थियों को सहायता मिलती थी जिसमे से आज देश के कई प्रमुख पदो
पर बस्ती जनपद के योगदान मे अनिल कुमार श्रीवास्तव का नाम एक प्रकाश
स्तम्भ की तरह है जो लोगो को जीवन जीने की कला और मार्ग दर्शन करता
रहेगा।
    वरिष्ठ समाज सेवक जगदीश शुक्ल ने कहा कि जन-जन की पीड़ा को बिना किसी
भेदभाव के अनिल कुमार श्रीवास्तव खबरो के माध्यम से उठाते थे जिसपर
विधानसभा और लोकसभा मे बहस भी होती थी कई नदियों पर पुल न होने का मुद्दा
उठा कर उन्होने बस्ती जनपद के कई सड़को पर पुल का निर्माण करने के लिए
तत्कालीन सरकारो को सोचनो के लिए विवश कर दिये थे।
 वरिष्ठ पत्रकार जयन्त कुमार मिश्रा ने कहा कि अनिल कुमार श्रीवास्तव की
लेखनी बहुत ही मजबूत थी खबरो के लिए हमेशा सकिय रहते थे। जब तक समाचार को
भेज नही देते थे तब तक वो चैन से बैठते नही थे उनके द्वारा कभी भी खबरो
से समझौता नही किया गया है।
   सदर ब्लाक प्रमुख राकेश श्रीवास्तव ने कहा कि पत्रकारिता क्षेत्र मे
ही नही समाज मे भी उनके द्वारा बेहतर कार्य किये गये है। उनके द्वारा
किये गये कार्यो को कभी भुलाया नहीं जा सकेगा छोटी-छोटी खबरो को भी वो
उतनी प्राथमिकता देते थे जितनी प्राथमिकता बड़े खबरो को देते थे कम
संसाधनो मे न्यूज ऐजेन्सी मे कार्य करते हुए भी कई दैनिक अखबारो का
संचालन भी करते रहे और आज भी उनके द्वारा स्थापित अखबार चल रहा है।
    वरिष्ठ पत्रकार मजहर आजाद ने कहा कि अनिल कुमार श्रीवास्तव का जीवन
बहुत ही उदार था हमेशा उत्साह मे रहते थे खबरो को लेकर हमेशा सक्रिय
भूमिका मे रहते थे उनकी प्राथमिकता रहती थी कि पहले खबरो को भेज दे फिर
दूसरा कार्य करे।
  डुमरियागंज के अधिशासी अधिकारी महेश प्रताप श्रीवास्तव ने कहा कि अनिल
कुमार श्रीवास्तव का जीवन बहुत संघर्ष शील रहा है और उन्होने संर्घर्षो
से ऐसा मुकाम पाया जो सामान्य व्यक्ति कभी नही पा सकता है कुछ व्यक्ति
केवल पद पाते है या कद पाते है लेकिन अनिल कुमार श्रीवास्तव को कद और पद
दोनो ही मिला है। हम लोग बचपन मे उनसे मिलने के लिए आते थे बहुत ही सरल
स्वाभाव के थे आज के समय मे ऐसा व्यक्ति मिलना दुर्लभ है।
  वरिष्ठ पत्रकार प्रदीप चन्द्र पाण्डेय ने सम्बोधित करते हुए कहा कि कुछ
ऐसा ही जीवन अनिल कुमार श्रीवास्तव का रहा है जब संसाधन सीमित थे तब भी
उनसे कोई खबर छूटती नही थी लोग कल्याण की खबरो को प्रमुख स्थान देते थे।
खबरो को सही समय और सही तथ्यों के साथ रखने का उनका अपना एक अलग अनुभव
था। आज के समय मे नई पीढ़ी को भी उनसे सीखना चाहिए कि सीमित संसाधन मे
लोक कल्याणकारी पत्रकारिता कैसे करना चाहिए। खबरो के मामले मे उनका कोई
भी मित्र और शत्रु नही था।
     वरिष्ठ पत्रकार लक्ष्मी नरायण पाण्डेय ने कहा कि  पत्रकार अनिल
कुमार श्रीवास्तव ने अपने जीवन काल मे बहुत ही सराहनीय कार्य किये है
उन्होने गरीब बच्चो को शिक्षा दिलाने के लिए संर्घष किया है और आज वो
बच्चे देश के उच्चपदो पर आसीन है। नई पीढ़ी को उनके जीवन से प्रेरणा लेनी
चाहिए।
 इस अवसर पर वरिष्ठ समाज सेवक के0के0 तिवारी,पूर्व सहायक सूचना निदेशक
दशरथ प्रसाद यादव,वरिष्ठ पत्रकार आलोक त्रिपाठी,वरिष्ठ पत्रकार जगवीर
सिंह,राम कृष्ण लाल जगमग,प्रेस क्लब के महामन्त्री महेन्द्र
तिवारी,वृहस्पति कुमार पाण्डेय,मनमोहन काजू,अचर्ना श्रीवास्तव,संतोष
सिंह,सुदृष्टि नारायण त्रिपाठी,प्रिंयका श्रीवास्तव,गरिमा
श्रीवास्तव,रहमान अली रहमान,ओम प्रकाश श्रीवास्तव, शिव कुमार रावत,जय
प्रकाश गुप्ता,जीत यादव,जय प्रकाश यादव,अमित सिंह,जगमोहन श्रीवास्तव,अजय
श्रीवास्तव सहित अन्य लोगो ने भी सम्बोधित किया।
  इस मौके पर वरिष्ठ पत्रकार बीके पाण्डेय,सन्दीप गोयल,स्कन्द कुमार
शुक्ल,संजय विश्वकर्मा,वशिष्ट पाण्डेय,गौकरन नारानय पाण्डेय,सोहन
सिंह,हरि ओम प्रकाश,विरेन्द्र पाण्डेय,सुनील कुमार पाण्डेय,राघवेन्द्र
प्रसाद मिश्र,अरूणेश श्रीवास्तव,साइमन फारूकी,चन्द्र मोहन,दिलीप
पाण्डेय,लवकुश यादव,राकेश चैरसिया,अमर सोनी,राम आधार पाल,राकेश
सिंह,सुमित जायसवाल,आर्दश,आशीष, रामदीन,रमेश मिश्र,श्री प्रकाश
श्रीवास्तव,चन्द्र प्रकाश शर्मा,दिनेश सिंह,धर्मेन्द्र पाण्डेय,देवन्द्र
पाण्डेय,राजेश पाण्डेय,सर्वेश श्रीवास्तव,रजेन्द्र उपाध्याय,बीपी
दूबे,सन्दीप शुक्ला,दिनेश पाण्डेय सहित अन्य लोग उपस्थित रहे।कार्यक्रम
की अध्यक्षता प्रकाश चन्द्र गुप्ता तथा संचालन विशाल पाण्डेय ने किया।
इसी क्रम मे स्वास्थ्य कैम्प का आयोजन किया गया जिसमे आर्युवैदिक एंव
युनानी,होम्योपैथिक और एलोपैथ तथा नेत्र शिविर का कैम्प लगवाया गया जिसमे
लगभग 314 लोगो का जांच पड़ताल किया गया और 398 लोगो मे निःशुल्क दवा का
वितरण किया गया।
    अनिल कुमार श्रीवास्तव के चतुर्थ पुण्य तिथि पर 10 लोगो महेन्द्र
तिवारी,अशुंल आनन्द,अमन श्रीवास्तव,डाक्टर अजीत श्रीवास्तव,सन्दीप
शुक्ला,राम कुमार गुप्ता,लवकुश सिंह,अनुराग कुमार श्रीवास्तव,सुदिृष्टि
नारायन तिवारी,राजेश पाण्डेय ने रक्त दान करके रक्त दान जीवन दान के
कार्यक्रम मे अपना अहम योगदान दिया है।

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