वाराणसी
अपने ही बिछाए जाल में कोई कैसे फसता है इसका उदाहरण वाराणसी महानगर में नदेसरचौकी इंचार्ज सूर्य प्रकाश पांडे को देखा जा सकता है .शायद पहला अवसर है कि थानेदार स्वयं डकैतों का संरक्षण फिल्म नुमा थाने में रहते हुए चल रहा था. अनेक बार उसे पर शक होने के बावजूद भी उसको इस बात का विश्वाश नहीं था कि हमको कभी भी गिरफ्तार किया जा सकता है .उसी का परिणाम में था बनारस में पड़ी डकैती का पुलिस वालों की टीम से हटकर अलग-अलग लोकेशन ले रहा था जिसकी परिणति हुई अन्य टीम के सहयोगियों को शक हुआ और जांच पर पता चला कि डकैतों का सरगना चौकी इंसान नरेशन चौकी का सूर्य प्रकाश पांडे ही है .
पुलिस ने तुरंत उसको गिरफ्तार कर लिया और उसको बर्खास्त करने की कार्रवाई चल रही है .फिलहाल गिरफ्तार दरोगा जेल में जांच में कई अन्य मामले दरोगा के अपराध सामने आए हैं .कोतवाली में 3 घंटे की पूछताछ के बाद दरोगा ने रामनगर में चार दिन पहले जिस रिपोर्ट को सौप था फाइनल रिपोर्ट करके उसी में खुद अपराधी हो गया. इस केस का मुख्य आरोपीय सूर्य प्रकाश पांडे सब इंस्पेक्टर जो पुलिस की लचर पैरवी पर भी सिर्फ को जमानत मिल जाती थी. पर दरोगा को गिरफ्तार किया अब उसके गिरफ्तारी नए गैंगस्टर केस में हुई है .जिससे उसके अन्य साथियों को भी शामिल किया गया जनगेस्टर एक्ट उसकी गिरफ़्तारी हुईं.इसके लोकेशन सूरागकसी बाद उसकी ड्यूटी से हटा दिया .इस बारे में अधिकारियों को पता चला तब पुलिस ने नाराजगी जताई उसके रिपोर्ट भेजने के बाद फॉलो भी नहीं किया गया .
तत्कालीन एसीपी कोतवाली और रामनगर थाना प्रभारी के खिलाफ विभाग में जांच के आगे दिए गए हैं .सवाल उठने लगे थे फिर 40 लाख की डकैती के मामले में रामनगरी का थाना प्रभारी निरीक्षक ने चार सीट दाखिल की है उसमें दरोगा की कितनी भूमिका है अभी पता तो नहीं चला है वाराणसी में वर्दी कीधारी सूर्य प्रकाश पांडे ने स्पेशल क्राइम ब्रांच बनाई और हाईवे पर लूटने लगा फिर दरोगा साथियों सहित डकेटी करता था .जिसके बादलूट का सामान आपसे में बाट लेते थे. जून 22 को जीटी रोड पर ज्वेलरी के कारोबारी कारोबारी से 93 लख रुपए पड़ा था हवाला का पैसा बात कर 42 लख रुपए रख लिया और 51 लाख लौटा दिया .इसके के नंबर की लोकेशन घटना स्थल पर मिली पता चलने पर कमिश्नर मोहित अग्रवाल ने सख्त कार्रवाई का निर्धारण किया.
समानांतर थाना ,समानांतर क्राइम ब्रांच, समानांतर पुलिस चौकी चलने वाला सूर्य प्रकाश पांडे अंततः जेल चला गया अब उसके बर्खास्त की तैयारी चल रही है.