माता प्रसाद पांडे के ब्रह्मास्त्र से पीडीए को धार देंगे अखिलेश

 माता प्रसाद पांडेय होंगे यूपी विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष

 लखनऊ


सपा मुखिया अखिलेश यादव एक तरफ अपनी धाकड़ राजनीति को नित नयी ऊंचाई दे रहे हैं तो दूसरी तरफ भाजपा अपनों की गुत्थम-गुत्थी से जूझ रही है। लोकसभा चुनाव 2024 में पीडीए के फार्मूले को सफल करने के बाद राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने मुलायम सिंह यादव के वफादार सिपाही 7 बार के विधायक माता प्रसाद पांडेय को विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष बना कर भाजपा के आंख का सुरमा उड़ा दिया। माता प्रसाद पांडेय को नेता विपक्ष बनने के बाद लखनऊ से दिल्ली तक आपसी कलह से जूझ रही भाजपा विधानसभा में बैकफुट पर नजर आयेगी। 

कैबिनेट मंत्री के अलावा दो बार के विधानसभा अध्यक्ष रहे माता प्रसाद पांडेय से निपटने में भाजपाइयों के पसीने छूट जायेंगे। साथ ही मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को उनके गृह क्षेत्र पूर्वी उत्तर प्रदेश में ब्राह्मण बनाम ठाकुर की वर्षों से चली आ रही द्वंद में ब्राह्मणों को धारदार नेता मिल जाने से  उनके सपा से जुड़ने का रास्ता आसान हो जायेगा। वीपी सिंह हो या चौधरी अजित सिंह हों कोई माता प्रसाद पांडेय की मुलायम सिंह यादव के प्रति उनकी निष्ठा को कभी डिगा नहीं पाया। बीते लोकसभा चुनाव में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने माता प्रसाद पांडेय के जिले सिद्धार्थनगर में सपा प्रत्याशी भीष्म शंकर तिवारी के विरुद्ध टिप्पणी की थी तो माता प्रसाद पांडेय के नेतृत्व में ब्राह्मण समाज भाजपा को सबक सिखाने की ठान लिया था। प्रशासनिक प्रपंच के बल पर भाजपा प्रत्याशी को किसी तरह जिता लिये। अब विधानसभा में माता प्रसाद पांडेय की मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से जो भिड़ंत होगी उस पर सबकी निगाह है।

अखिलेश यादव ने रविवार को अपने विधायकों से कहा है कि सदस्य विधानसभा में पूरी तैयारी से जायें। जनता और जनहित के मुद्दों पर सरकार को दमदारी से घेरें। बता दें कि आगामी 29 जुलाई से उत्तर प्रदेश विधानसभा का मानसून सत्र चलने जा रहा है।अखिलेश यादव ने वरिष्ठ नेता और इटवा से सपा विधायक माता प्रसाद पांडेय को नेता प्रतिपक्ष बनाया है। इसके साथ ही समाजवादी पार्टी ने मुख्य सचेतक समेत अन्य पदों पर भी नामों की घोषणा कर दी है। 

पूर्व मुख्यमंत्री व लोकसभा चुनाव तक विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष अखिलेश यादव बीते लोकसभा चुनाव में कन्नौज सीट से चुनाव लड़ा था। अखिलेश यादव के सांसद बनने के बाद करहल सीट से इस्तीफा दे दिया था। अखिलेश यादव के इस्तीफा देने के बाद से विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष की जगह खाली चल रही थी। अब जब 29 जुलाई से यूपी विधानसभा का सत्र शुरू होने जा रहे है, उससे ठीक एक दिन पहले सपा मुखिया ने नेता प्रतिपक्ष के नाम की घोषणा कर दी है। इसके साथ ही समाजवादी पार्टी ने विधायक महबूब अली को विधानसभा का अधिष्ठाता मंडल नियुक्त किया है।

 जबकि सपा विधायक कमाल अख्तर को विधानसभा का मुख्य सचेतक और विधायक राकेश कुमार उर्फ डॉ. आर के वर्मा को उप सचेतक नियुक्त किया है। इससे पहले इंद्रजीत सरोज, रामअचल राजभर व शिवपाल सिंह यादव को नेता प्रतिपक्ष बनाने की चर्चा थी। 5 दिन पहले ही दोका सामना ने शिवपाल यादव के नेता प्रतिपक्ष न बन पाने की खबर ब्रेक कर दिया था। माता प्रसाद पांडेय शुरू से ही युवाओं में भी बहुत लोकप्रिय रहे हैं।उन्हें युवाओं से जुड़ने और जोड़ने का बड़ा संगठक माना जाता है।

Post a Comment

Previous Post Next Post

Contact Form