कारगिल विजय के 25 वीं वर्षगाँठ पर मनाया गया उत्सव और दी गई श्रद्धाजंलि


 

कारगिल विजय के 25 वीं वर्षगाँठ पर मनाया गया उत्सव और दी गई श्रद्धाजंलि

बस्ती। राष्ट्र व सनातन धर्म के विभिन्न पहलुओं पर कार्य करने वाली सनातन धर्म संस्था बस्ती द्वारा कारगिल विजय दिवस की 25वीं वर्षगाँठ बहुत ही उत्साह पूर्वक मनाई गई।
जिला सैनिक कल्याण एवं पुनर्वास बोर्ड बस्ती, 47 यू पी बटालियन NCC बस्ती, अखिल भारतीय पूर्व सैनिक सेवा परिषद,बस्ती के सहयोग से आयोजित इस कार्यक्रम में कारगिल युद्ध के ऑपरेशन विजय एवं ऑपरेशन सफेद सागर में बलिदान हुए सैनिकों को पुष्पचक्र, पुष्पांजलि अर्पित कर श्रद्धांजलि दी गई।

26 जुलाई 1999 को इसी दिन भारतीय सेना ने कारगिल युद्ध के दौरान चलाये गये ऑपरेशन विजय व आपरेशन सागर पर सफलता पूर्वक विजय प्राप्त किया था। इसीलिए इस दिवस को कारगिल विजय दिवस के रूप में पूरे देश में हर्षोल्लास के साथ मनाया जाता रहा है। सनातन धर्म संस्था द्वारा आयोजित कारगिल शहीदों को श्रद्धांजलि कार्यक्रम में कारगिल युद्ध में योद्धा के रूप में लड़े हुये कई सैनिको ने अपने अनुभव बाँटे।
इस अवसर पर एन सी सी के कमांडिंग ऑफीसर कर्नल प्रशांत कुमार, अखिल भारतीय पूर्व सैनिक सेवा परिषद के जिलाध्यक्ष कर्नल के सी मिश्र, प्रभारी अधिकारी ई सी एच एस कर्नल आर एस पांडेय, जिला सैनिक कल्याण अधिकारी कर्नल देवेंद्र गुहानी, सनातन धर्म संस्था के सदस्य शुशील मिश्र, एम डब्ल्यू ओ आर सी त्रिपाठी, एन सी सी के सूबेदार मेजर बल बहादुर तमांग,  एन सी सी ऑफीसर लेफ्टीनेंट जे के शाही, सूबेदार रीवाज तमांग, नायब सूबेदार प्रेम सिंह, हवलदार विक्रम लिंका, किसान इंटर कालेज प्रधानाचार्य मनोज सिंह, भारत विकास परिषद के कोषाध्यक्ष प्रमोद तिवारी, चित्रांश क्लब के अवनीश श्रीवास्तव, राजेश चित्रगुप्त आदि लोगो ने पुष्प चक्र भेंट कर श्रद्धांजलि अर्पित की।
इस दौरान रिटायर्ड कर्नल के सी मिश्र ने कहा कि हम भारतीय सेना के पराक्रम पर गर्व करते हैं, यह लड़ाई कई मामलों में महत्वपूर्ण मानी जाती है, जहाँ एक तरफ भारतीय थल सेना ने वहीं दूसरी तरफ वायु सेना के विमानों ने अत्यन्त ऊंचाई पर अपने रण कौशल से विजय पाई वहीं दुनिया भर को भारतीय सेना की ताकत का एहसास कराया।
कर्नल आर एस पण्डेय ने कहा कि 20 वर्ष पूर्व 5000 मीटर से अधिक ऊंचाई पर स्थित टाइगर हिल पर जब भारतीय सेना तिरंगा फहराया उस वक्त देश के प्रत्येक व्यक्ति के मन में सुरक्षा का जो भाव पैदा हुआ वह आज तक बना हुआ है।
कर्नल प्रशांत कुमार ने कारगिल युद्ध के पूरे घटना कर्म को क्रमवार बताया उन्होंने एन सी सी केडेट्स को बताया कि परमवीर चक्र विजेता कैप्टन विक्रम बत्रा और परमवीर चक्र विजेता कैप्टन मनोज पाण्डेय भी एन सी सी में रहे हैं। उन्होंने कहा कि सेना के अदम्य साहस और वीरता को हर भारतीय को प्रणाम करना चाहिये।
सैनिक कल्याण अधिकारी कर्नल देवेंद्र गुहानी ने कहा कि 25 वर्ष बीत गये परन्तु आज तक सेना का वह शौर्य हमारे दिलों में जीवित है, उन्होंने कहा कि सनातन धर्म संस्था जैसी संस्थाओं की देश मे आवश्यकता है। यह आयोजन सीमित समय इतना सुंदर तभी हो पाया जब संस्था हमारी सहयोगी बनी। उन्होंने कहा कि ऐसे आयोजन करने से शहीदों के पराक्रम और बलिदानों की यादें हम सभी के मन में तरो ताजा हो जाती हैं, हम सब कृतज्ञता और देश प्रेम के भावों से भर उठते हैं।
कुआनो नदी के किनारे स्थित कारगिल शौर्य स्तम्भ पर आज सुबह से ही साफ सफाई व फूलों और तिरंगा गुब्वारों को सजाकर देशभक्ति के गीत बजने शुरू हो गये।
पुष्पांजलि व राष्ट्र गान के बाद शुरू हुई गोष्ठी में सूबेदार ओम प्रकाश चौधरी, एम डब्लू वो आर डी पांडेय, हवलदार जी के यादव, कैप्टन आर के यादव, नायब सूबेदार एस पी उपाध्याय, सूबेदार एस पी सिंह, सूबेदार ओंकार नाथ मिश्र, सूबेदार मेजर ओ पी त्रिपाठी, हवलदार शिवाजी राना, हवलदार चंद्रशेखर शुक्ल, हवलदार अनिल यादव, हवलदार जवाहर मिश्र, अनुराग शुक्ल, पंकज त्रिपाठी, सरदार सनम सिंह, नन्हे सिंह सहित बड़ी संख्या में राष्ट्र प्रेमी जन उपस्थित रह.

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