बस्ती
सनातन धर्म संस्था द्वारा एक माह तक निरन्तर चलने वाले चरित्र निर्माण शिविरों के आयोजन के क्रम में आज से यूनिक ग्लोबल स्कूल-पयकापुर बस्ती, जी एस ए एस इंटर कॉलेज-हरैया, सावित्री विद्या विहार भानपुर और दुर्गावती पब्लिक स्कूल निपनियां बस्ती में बालक बालिकाओं को आत्मरक्षा एवं सैन्य प्रशिक्षण का प्रारम्भ किया गया। इन शिविरों में प्रशिक्षक विनय आर्य, आर्येंद्र, अंश श्रीवास्तव, कोमल, श्रेया के सानिध्य में बालकों और बालिकाओं को आत्मरक्षा और स्वास्थ्य रक्षा के गुर सिखाए जा रहे हैं। इस अवसर पर बौद्धिक की कक्षा लेते हुए सनातन धर्म संस्था के सदस्य पंकज त्रिपाठी ने बताया कि गीता के ज्ञान, कर्म और भक्ति योग के द्वारा बच्चों को पुरुषार्थी, प्रतापी और संवेदनशील बनाना संस्था का मुख्य उद्देश्य है।उन्होंने बच्चों को शाकाहारी व मांसाहारी के अंतर बताये और बताया कि आधुनिक विज्ञान मनुष्यो के साथ धोखा करके मनुष्य को सर्वाहारी पढ़ा कर जीव हत्या को बढ़ावा दिया जा रहा है। उन्होंने कहा भगवान श्री कृष्ण ने गीता के 16वें अध्याय में सात्त्विक, राजसिक व तामसिक भोजन की, भोजन से रक्त और रक्त से मन, बुद्धि तक की पूरी यात्रा बताई है। उन्होंने कहा कि आज बीमार लोगों में जो सर्वाधिक संख्या है वो मांसाहारी लोगों को। आज का युवा शराब, तम्बाकू, सिगरेट आदि नशे और मांसाहार में लिप्त होकर अपनी बुद्धि को पशुवत बना रहा है।
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