इस तस्वीर में अखिलेश यादव मुख्तार अंसारी के भाई के साथ बैठे हुए हैं।
लखनऊ
जिन लोगों को भी अखिलेश यादव और मुलायम यादव के राज में मुख्तार अंसारी, अतीक अहमद और आजम खान जैसे गुंडों का गुंडागर्दी और दहशत याद होगा, वह तो कम से कम आने वाले 100-200 वर्षों तक अखिलेश यादव, इनके परिवार के साथ-साथ इनके समर्थकों के नजदीक भी जाना पसंद नहीं करेंगे, वोट देना तो बहुत दूर की बात है।.यही चरित्र ,चाल और चेहरा है अक्ल लेश यादव का.
जो उत्तर प्रदेश का स्थिति है उसे देखकर यह लग रहा है कि अखिलेश यादव का समाजवादी पार्टी इस बार दो लोकसभा सीट भी नहीं जीत पाएंगे
Tags
यह भी राजनीति ही है