सिद्धार्थ नगर
शिक्षा विभाग में वह भी प्राथमिक शिक्षा में झूठ ,फरेब कदाचार और भ्रष्टाचार की परम परिणति हो गई है। वह परिणति इस तरह से की बेसिक शिक्षा अधिकारी, खंड शिक्षा अधिकारी और बाबू की तिकड़ी प्रत्येक जिले में काम कर रही है। यह अधिकार्यों कर्मचारियों तिकनी इतनी सशक्त और संपन्न है कि अपने प्रमुख सचिव और महा निर्कदेशक तक की भी बातों को ध्यान में नहीं देती और नियुक्तियों पर नियुक्तियां करके अवैध कमाइयां अट्टालिकाएं और आय से अधिक संपत्ति अर्जित करने का रिकॉर्ड भी इन अधिकारियों और तिगड़ी के नाम है ।
बताते हैं कि फर्जी तरीके से सिद्धार्थनगर जनपद में विद्यालयों की मान्यता व नियुक्तियां और नियुक्तियां करके वेतन भुगतान वाले कर्मचारियों को संरक्षण देने के आरोप में जनपद सिद्धार्थनगर के बेसिक शिक्षा अधिकारी देवेंद्र कुमार पांडे ,ब्लॉक शिक्षा अधिकारी और दो लड़कों पर केस दर्ज किया गया है। पुलिस ने एसटीएफ जांच में इनके ऊपर आरोपों की पुष्टि की है। संत कबीर नगर जिले में मेहदावल थाना क्षेत्र के बिल्वनवा गांव निवासी विनोद प्रताप सिंह ने एडीजी स्पेशल टास्क फोर्स को पत्र लिख कर शिकायत दर्ज कराई थी कि बीएसए पूर्व में फर्जीवाड़ा कर स्कूलों को मान्यता, नियुक्ति व वेतन जारी करने वाले कर्मचारियों को संरक्षण दे रहे हैं शिकायत पर एडीजी एसटीएफ में मामले की जांच चौकी एसटीएफ की जांच में आप सही पाए जाने के बाद सिद्धार्थनगर पुलिस ने बीएसए देवेंद्र कुमार पांडे खंड शिक्षा अधिकारी कुमार विक्रम पांडे कनिष्ठ लिपिक मुकुल मिश्रा वी शिवसागर 4 पर केस दर्ज किया है एसपी प्राची सिंह ने कहा है कि यह पुलिस ने बीएसए समेत चार लोगों के ऊपर फिर दर्ज की है जांच चल रही है।
ज्ञातव्य है बस्ती,संतकबीर नगर सहित अनेक जनपदों के बेसिक शिक्षा अधिकारियों व संबंधित पटल सहायको के खिलाफ एसटीएफ की जॉच भी प्रस्तावित है।