*,बदायूं की घटना पर सपा नेताओं से संघमित्रा ने लिया मोर्चा,
सपा बोली- बीजीपी ऐसे घटनाओं को खुद अंजाम दिलवा रही है!
सपा सरकार में बहुत ज्यादा थे अपराध और दंगे-संघमित्रा
मनोज श्रीवास्तव/लखनऊ।
बदायूं में हुई दो बच्चों के मामले में सपा महासचिव बीजेपी सरकार को इसके लिए दोषी ठहराया है। सपा सांसद और महासचिव राम गोपाल से जब पत्रकारों ने पूछा कि बदायूं की घटना पर आपको कुछ कहना है? जवाब में सपा नेता बोले, ''ऐसा है कि बीजेपी वाले चुनाव से पहले हमेशा हिंसा करवाते हैं।''सपा सुप्रीमो अखिलेश यादव ने योगी सरकार को आड़े हाथों लेते हुए कहा, दो भाइया को जान चली गई। एनकाउंटर से नाकामी छिपा नहीं सकते हैं। प्रशासन की नाकामी है, कई विभागों में नाकामी है, लॉ एंड ऑर्डर और जीरो टॉलरेंस पॉलिसी जीरो हो गई, पॉलिटिकल लाभ लेना चाहते हैं।
बदायूं से बीजेपी सांसद संघमित्रा मौर्य ने इस वारदात को लेकर कहा, बहुत ही गलत हुआ है। अपराधी को मार गिराया गया है। समाजवादी पार्टी की सरकार जब रही तो बहुत ज्यादा अपराध, दंगे हुए थे। दंगों के सूत्रधार भी ये सपा के लीडर रहते थे। मृतकों के घर गयीं संघमित्रा मौर्य बोलीं, मैं आज बदायूं में अपने ही एक परिवार से मिलने आई हूं। उनका दर्द बांटने आई हूं। यह क्षेत्र मेरी लोकसभा में नहीं आता है लेकिन उसके बाद भी हम यहां आये हैं, क्योंकि यह मेरा परिवार है। बीजेपी का परिवार है, इसलिए यहां हूं। बदायूं में पिछले 5 साल में कोई घटना नहीं हुई। ऐसी यह पहली है, पुरानी सरकारें में हर रोज होती थीं। कड़ी करवाई की गई है, आरोपी को तुरंत पकड़ा गया और एक घंटे में ही एनकाउंटर में ढेर कर दिया गया। सपा या शिवपाल यादव अगर इस तरह की बात कर रहे हैं तो खुद के गिरेबान में झांकना चाहिए, उनकी सरकारों में क्या होता था? शिवपाल यादव को अपनी सरकार के कारनामे याद रखने चाहिए। पुलिस जल्दी ही जावेद को भी पकड़ लेगी।
बता दें कि शिवपाल यादव बदायूं लोकसभा सीट से समाजवादी पार्टी के उम्मीदवार हैं। सपा नेता से बदायूं डबल मर्डर के बारे में सवाल किया गया तो जवाब मिला कि बहुत दुखद और निंदनीय घटना हुई है। सरकार अपराध के प्रति जीरो टॉलरेंस की बात करती है लेकिन ऐसी घटनाओं से पता लगता है कि इस सरकार में कानून व्यवस्था फेल हो गई है. लॉ-एंड-ऑर्डर पूरी तरह से ध्वस्त है।हत्यारोपी साजिद के एनकाउंटर में मारे जाने के सवाल पर शिवपाल यादव ने कहा कि इस कार्रवाई के लिए जिला प्रशासन और पुलिस प्रशासन को बधाई देते हैं, लेकिन इस घटना का पर्दाफाश भी होना चाहिए। आखिर इस तरह की घटनाएं क्यों हो रही हैं। एक आरोपी अभी फरार है और एक का एनकाउंटर हुआ है। इसका खुलासा जरूर होना चाहिए।
उधर समाजवादी पार्टी के आधिकारिक पार्टी के एक्स हैंडल पर लिखा गया कि "बीजेपी प्रदेश में सांप्रदायिक तनाव खड़ा करना चाहती है। इसी कारण से ऐसी घटनाओं को खुद अंजाम दिलवा रही है। भाजपा जब जनता के असल मुद्दों से हार चुकी है तो धार्मिक विवाद, धार्मिक लड़ाई ही भाजपा का आखिरी हथियार है। भाजपा के इशारे पर ही कई गुंडे बदमाश खुले घूम रहे है और पार्टी के इशारे पर ही ऐसी वारदातें कर रहे जिसके कारण समाज में लड़ाई-झगड़ा बढ़ रहा है।
सपा बोली- बीजीपी ऐसे घटनाओं को खुद अंजाम दिलवा रही है!
सपा सरकार में बहुत ज्यादा थे अपराध और दंगे-संघमित्रा
मनोज श्रीवास्तव/लखनऊ।
बदायूं में हुई दो बच्चों के मामले में सपा महासचिव बीजेपी सरकार को इसके लिए दोषी ठहराया है। सपा सांसद और महासचिव राम गोपाल से जब पत्रकारों ने पूछा कि बदायूं की घटना पर आपको कुछ कहना है? जवाब में सपा नेता बोले, ''ऐसा है कि बीजेपी वाले चुनाव से पहले हमेशा हिंसा करवाते हैं।''सपा सुप्रीमो अखिलेश यादव ने योगी सरकार को आड़े हाथों लेते हुए कहा, दो भाइया को जान चली गई। एनकाउंटर से नाकामी छिपा नहीं सकते हैं। प्रशासन की नाकामी है, कई विभागों में नाकामी है, लॉ एंड ऑर्डर और जीरो टॉलरेंस पॉलिसी जीरो हो गई, पॉलिटिकल लाभ लेना चाहते हैं।
बदायूं से बीजेपी सांसद संघमित्रा मौर्य ने इस वारदात को लेकर कहा, बहुत ही गलत हुआ है। अपराधी को मार गिराया गया है। समाजवादी पार्टी की सरकार जब रही तो बहुत ज्यादा अपराध, दंगे हुए थे। दंगों के सूत्रधार भी ये सपा के लीडर रहते थे। मृतकों के घर गयीं संघमित्रा मौर्य बोलीं, मैं आज बदायूं में अपने ही एक परिवार से मिलने आई हूं। उनका दर्द बांटने आई हूं। यह क्षेत्र मेरी लोकसभा में नहीं आता है लेकिन उसके बाद भी हम यहां आये हैं, क्योंकि यह मेरा परिवार है। बीजेपी का परिवार है, इसलिए यहां हूं। बदायूं में पिछले 5 साल में कोई घटना नहीं हुई। ऐसी यह पहली है, पुरानी सरकारें में हर रोज होती थीं। कड़ी करवाई की गई है, आरोपी को तुरंत पकड़ा गया और एक घंटे में ही एनकाउंटर में ढेर कर दिया गया। सपा या शिवपाल यादव अगर इस तरह की बात कर रहे हैं तो खुद के गिरेबान में झांकना चाहिए, उनकी सरकारों में क्या होता था? शिवपाल यादव को अपनी सरकार के कारनामे याद रखने चाहिए। पुलिस जल्दी ही जावेद को भी पकड़ लेगी।
बता दें कि शिवपाल यादव बदायूं लोकसभा सीट से समाजवादी पार्टी के उम्मीदवार हैं। सपा नेता से बदायूं डबल मर्डर के बारे में सवाल किया गया तो जवाब मिला कि बहुत दुखद और निंदनीय घटना हुई है। सरकार अपराध के प्रति जीरो टॉलरेंस की बात करती है लेकिन ऐसी घटनाओं से पता लगता है कि इस सरकार में कानून व्यवस्था फेल हो गई है. लॉ-एंड-ऑर्डर पूरी तरह से ध्वस्त है।हत्यारोपी साजिद के एनकाउंटर में मारे जाने के सवाल पर शिवपाल यादव ने कहा कि इस कार्रवाई के लिए जिला प्रशासन और पुलिस प्रशासन को बधाई देते हैं, लेकिन इस घटना का पर्दाफाश भी होना चाहिए। आखिर इस तरह की घटनाएं क्यों हो रही हैं। एक आरोपी अभी फरार है और एक का एनकाउंटर हुआ है। इसका खुलासा जरूर होना चाहिए।
उधर समाजवादी पार्टी के आधिकारिक पार्टी के एक्स हैंडल पर लिखा गया कि "बीजेपी प्रदेश में सांप्रदायिक तनाव खड़ा करना चाहती है। इसी कारण से ऐसी घटनाओं को खुद अंजाम दिलवा रही है। भाजपा जब जनता के असल मुद्दों से हार चुकी है तो धार्मिक विवाद, धार्मिक लड़ाई ही भाजपा का आखिरी हथियार है। भाजपा के इशारे पर ही कई गुंडे बदमाश खुले घूम रहे है और पार्टी के इशारे पर ही ऐसी वारदातें कर रहे जिसके कारण समाज में लड़ाई-झगड़ा बढ़ रहा है।