बस्ती/नई दिल्ली
गृहमंत्री अमित शाह ने आज नई दिल्ली में एक चैनल के कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि लोकसभा चुनाव के पहले इस देश में समान नागरि ता संशोधन अधिनियम का लागू कर दिया जाएगा। उन्होंने कहा की 2024 में कांग्रेस ने लागू करने के अपने वादे से पीछे हटने का का आरोप लगाया है जब देश का बंटवारा हुआ था तो देश के बाहर से बांग्लादेश पाकिस्तान अफगानिस्तान से आने वाले गैर मुसलमान को जो शरणार्थी के रूप में भारत आना चाहते थे। उन्हें कांग्रेस ने अवस्त किया था कि उनको यहां की नागरिकता प्रदान की जाएगी।
शाह ने कहा नागरिकता देने के लिए नहीं बल्कि कांग्रेस ने नागरिकता छीन लिया ।उन्होंने कहा हमारे देश में अल्पसंख्यकों और विशेष रूप से हमारे मुस्लिम समुदाय को उसका या जा रहा है। कांग्रेस ने मुसलमान को उसका ने और शर्म धर्मनिरपेक्षता के नाम पर कोई फायदा नहीं होने वाला है । बांग्लादेश और पाकिस्तान से प्रताड़ित शरणार्थियों को नागरिकता प्रदान करने वाला अधिनियम है ।
2019 में मोदी द्वारा पेश किए गए अधिनियम का उदेश्य हिंदू सिख जैन बौद्ध पारसी और ईसाइयों सहित मुस्लिम प्रवासियों को भारत में भारतीय नागरिकता दी जाएगी। जो 2014 के पहले 31 दिसंबर के पूर्व बांग्लादेश पाकिस्तान और अफगानिस्तान से आए हुए हैं।
शाह ने कहा कि उन्हें पूरा विश्वास है कि नरेंद्र मोदी की सरकार सत्ता में लौटेगी जिसमें भाजपा को 370 और एनडीए को 400 से अधिक सीट मिलेगी। शाह ने बिजनेस सबमिट में कहां यह लोकसभा चुनाव के नतीजे का कोई स्टेटस नहीं है। कांग्रेस और अन्य विपक्षी दल भी इस बात को एहसास हो गया है कि उनका सुपड़ा साफ होने वाला है ।हमने अनुच्छेद 370 को हटा दिया। हमने तीन तलाक को हटाया। हमने और भी तमाम चीजों को हटाने का प्रयास किया।
जनता का आशीर्वाद एनडीए के साथ है इसलिए हम अपने वादे से न मुकरते हुए हर हाल में समान नागरिक संशोधन विधेयक को अवश्य लागू करेंगे ।यह काम लोकसभा चुनाव 2024 की घोषणा की पूर्व ही क्रियान्वित हो जाएगा।