बस्ती,राहुल के अमेठी आतेही इंडी समाप्त
राजनीति और वेश्या के चरित्र में मामूली अंतर होता है। उत्तर प्रदेश में जो कुछ भी हो रहा है कांग्रेस का हतप्रभ राजकुमार जो कर रहा है उसे सपा के मदहोश राजकुमार से भी ज्यादा है । राहुल गांधी और अखिलेश यादव दो ऐसे बिगड़े राजकुमार है जिनके पास बुद्धि विवेक और विचार और संस्कार का घोर भाव है ।
आज दोनों कांग्रेस और सपा का गठबंधन उत्तर प्रदेश में टूट गया । यही सपा और कांग्रेस की दुर्भिसंधी टूटना ही था सो एक रिपोर्ट के अनुसार पिछले कुछ महीनो से इस बात की सुगबुगाहट थी कि दोनों दलों को नेता में आहंकर का टकराव है।
आपसी बयान बाजी से असमान्य स्थिति पैदा करती है। इस पर डिंपल यादव सपा नेत्री का कहना है कि बातचीत चल रही है हो सकता है कि मामला फाइनल भी हो जाए उधर कांग्रेस के जयराम रमेश ने कहा कि गठबंधन कायम है एक जानकारी के अनुसार 3 सीटों को लेकर के बात बिगड़ी है कांग्रेस की तरफ से मुरादाबाद बिजनौर बलिया सीट पर अपने प्रत्याशी उतारने की मांग की जा रही है।
लेकिन समाजवादी ने इनकार किया जा रहा इंडी गठबंधन की नाव डूबने वाली ही है। राहुल गांधी जहां जाते हैं वहां भड़ास तो निकलते हैं लेकिन बर्बाद भी करते हैं रायता फैलाने में महारथ हासिल हैराहुल गांधी को।
अखिलेश यादव ने 11 लोकसभा उम्मीदवारों की घोषणा कर दी है लेकिन अखिलेश यादव समझौता करने के मूड में अब नहीं आ रहे हैं ।यही कारण है कि कांग्रेस की ओर से जवाब का इंतजार अखिलेश यादव नहीं कर रहे हैं अखिलेश यादव मां बन चुके हैं कि कांग्रेस को 17 सेट देवी देनी ही है अन्यथा हम खुद लड़ेंगे ।
न्याय यात्रा भी उनकी अन्याय यात्रा में तब्दील हो गई है। अति महत्वाकांक्षा के चलते दोनों राजकुमारों ने आपस में ऐसी भड़ास निकाल की इंडी गठबंधन सदा के लिए समाप्त हो गया ।अब इस गठबंधन का कोई मतलब नहीं और दोनों बड़ों बोले नेता आपसी बयान बाजी से अपनी शक्ति और समस्त दोनों को जनता के सामने बता दे रहे हैं।
ए तो वही हुआ जिसका अंदेशा था,डूबी नाव तवे हम जाना,जब बैठा ऊट बंदर और काना।