प्रयागराज एक पांच वर्षीय बालक अपने स्कूल के
पास शराब की दुकान को लेकर हाई कोर्ट का दरवाजा खटखटाया है। छात्र ने अपने पिता के माध्यम से दायर जनहित याचिका में कहा कि शराब की दुकान की वजह से उसके साथी छात्रों और स्थानिय निवासियों को परेशानी का सामना करना पड़ता है। क्योंकि शराबी आए दिन हुड़दंग करते हैं। और माहोल खराब होता हे।
बच्चे के अधिवक्ता ने तर्क दिया कि स्कूल की स्थापना के बाद शराब की दुकान का लाइसेंस नवीनीकर पूरी तरह से गलत था। वहीं हाई कोर्ट ने यूपी सरकार से पूछा कि स्कूल के बगल के शराब के ठेके का नवीनीकरण हर साल कैसे होता रहा हे।
एयरटेल की बालक की जागरूकता में उसके पिता का हाथ है फिर भी यह बहुत बड़ा गंभीर विषय है एक 5 वर्ष का बालक जयपुरिया स्कूल में पड़ता है उसने इतनी हिम्मत दिखाकर माननीय न्यायालय के समक्ष अपनी बात करने का साहस किया।
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आश्चर्य किंतु सत्य