*गोशाला में गाय को कुत्ते नोच रहे
*जिला स्तर पर गौशाला अधिकारी नियुक्त करने की मांग
*अमर्यादित संवेदनहीन आचरण
बस्ती गाव: विश्वश्य मातर :अर्थात गाय सारे संसार की मां है। एक परिकल्पना नहीं अपितु एक सत्य है गाय जीवन से मृत्यु तक उसके हर अंग उपांग का उपयोग यहां तक की मल का भी उपयोग देवताओं के पूजन और हवन में लगता है ।दूध उसका अमृत है ।मां के बाद गाय के दूध को अच्छा माना गया है।
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की पहल पर छुट्टा और आवारा पशुओं को विभिन्न गौशालाओं को में ले जाकर निराश्रित गोवंश को रखने की व्यवस्था शासन स्तर पर की गई है परंतु शासन की व्यवस्था को धता बता कर जिस तरह से संपूर्ण प्रदेश में गाय का चारा तक खाने वाले लोग इस समाज में मौजूद हैं। लालू प्रसाद यादव तो चारा घोटाले में पकड़े गए पर छोटे स्तर पर गौशालाओं में चारा घोटाले करने वाले लोगों के साथ योगी जी की क्या कार्यवाही होगी?
यह पता नहीं गाये बिना खाए मर रही हैं,खुराकी देने का कोई मतलब नहीं है वह भी पूरी नहीं मिल रही है ।गाय के ऊपर सरकार की ओर से एक अच्छी खासी राशि हर जिले में करोड़ों में वह रही है ,परंतु उस व्यवस्था पर तमाचा बस्ती जनपद का गौर विकासखंड का गौर गांव पंचायत सबसे बड़ा उदाहरण है ।वहां कुत्ते मरणासन्न गाय को नोच रहे हैं और उनको बचाने और रक्षा करने वाला अगल-बगल कोई नहीं है न तो इस योजना को लाने वाले अधिकारियों को पता है और नहीं सरकारी और गैर सरकारी और प्रधान के भी जानकारी में है ।
अब इस बात का अंदाजा लगाया जा सकता है कि गाएं गौशालाओं में भी सुरक्षित नहीं रह गई हैं ।अरबो रुपए में खर्च करने के बाद ऐसी गौशालाओं का क्या मतलब है? जहां जन कल्याणकारी पैसा को लगा दिया गया पर धन की बर्बादी हो रही है सरकार की और अनेक बार ऐसी पहल की गई की आवारा पशु हर हाल में निराश्रित रूप में बंद हो गौशालाओं में रखे जाएं ,परंतु गौशालाओं की चाकचौबंद व्यवस्था के बजाय गौशालाएं अपने नियति पर रो रही हैं। गौरती रहता और मखदुमपुर में गौशालाओं को हालत देखकर कहा जा सकता है अधिकारी भी योजनाओं को गुमराह कर रहे हैं और सरकार की छवि को धूमिल कर रहे हैं
गौर ब्लाक के गुर पंचायत स्थित गौशाला में एक वीडियो और एक चित्र सोशल मीडिया पर वायरल हुआ है जिसको लेकर के आम आदमी की संवेदनाएं उजागर हो रही हैं कुछ लोगों ने योगी जी को ट्वीट कर भी लिखा है हिंदू समाज को आज भी कर रहा है जिस समाज में गोसाई गौ माता पजनी है उसे समाज को इस तरह से अकाल मृत्यु के लिए कुत्ते नोच काट रहे हैं यह गंभीर विषय है न तो प्रधान के खिलाफ कार्यवाही हुई न तो वीडियो के खिलाफ कार्य हुई न तो गो सेवक के खिलाफ कार्यवाही हुई ।
आखिर कार्यवाही किसके खिलाफ होगी पशुपालन विभाग चयन की बंसी बजा रहा है इसलिए संवेदनशील जनों ने सरकार से मांग की है कि योजना की समीक्षा करें और जिले स्तर पर एक गौशाला अधिकारी नियुक्त करने की मांग भी की गई है।
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