बस्ती
नई तकनीक वरदान के बजाय अभिशाप ज्यादा सिद्ध हो रही है और उम्मीद की गई थी कि विज्ञान वरदान साबित होगा लेकिन वरदान तो है ही उसके साथ ही साथ विध्वंस का भी कारण बन रहा है ।अभी एक दिन पूर्व घटना बस्ती जिले के डडवा गांव के राजेश सिंह के साथ घटी।
राजेश सिंह रुधौली थाना के डडवा गांव के निवासी हैं उनका बेटा हैदराबाद में उच्च शिक्षा ग्रहण कर रहा है। दुर्भाग्य से उनके मोबाइल नंबर पर पुलिस की डीपी लगा हुआ एक फोन आता है और उस फोन से कहा जाता है कि आपका बेटा और तीन अन्य युवा के साइबर अरेस्ट हो चुके हैं। उनकी दुष्कर्म के मामले में गिरफ्तारी हुई है। यदि आप चाहते हैं की बेटे और आपकी प्रतिष्ठा बची रह जाए तो हमारे बताए हुए खाते में पैसा जमा करिए। अगर आप जमा नहीं करते हैं तो बेटे की खिलाफ एफआईआर दर्ज हो जाएगी। जिंदगी बर्बाद हो जाएगी। घबराहट में पिता ने बेटे को फोन किया स्वाध्याय में लीन रहने के कारण बेटे का फोन नहीं उठा बाप ने घबराहट में ठगो के खाते में 5:30 लख रुपए ट्रांसफर कर दिया गूगल पे से पहले 80000 किया।
इसी बीच में बेटे ने पिता की मोबाइल का मिस कॉल देख करके जब पिताजी को फोन कारण पूछा तो सारी घटना की जानकारी होने पर तुरंत स्थानीय बैंक में राजेश सिंह ने जाकर के मैनेजर से आग्रह किया उसे आग्रह के बाद उन साइबर तो के खाते फ्रीज कर दिए ।तब तब तक विलंब हो चुका था 290000 रुपया साइबर ठगों ने निकाल लिया था और 250000 रुपया राजेश सिंह का बच गया ।
बताते हैं कि अगर राजेश के बेटे का फोन नहीं आया होता तो 5 मिनट के अंदर वह भी सारा रुपया निकल गया होता। थाना अध्यक्ष रुधौली ने एफआईआर दर्ज कर आवश्यक कार्यवाही आरंभ कर दी है इतनी बड़ी घटना 1 मिनट में हो गई और इस तरह की घटनाएं आए दिन हो रही हैं इन घटनाओं पर सरकार की ओर से साइबर अपराधियों के खिलाफ कठोर कदम तो उठे ही जा रहे हैं परंतु कठोरता कदम उठाए जाने की आवश्यकता है।ध्याव्य है इस तरह के फोन से घबराहट के बजाय धैर्य का सहारा लेना चाहिए।