श्री अयोध्याधाम
श्री राम जन्मभूमि के निर्माण में जितने भी लोगों ने प्रयास किया है सबका प्रयास सराहनीय है ।रामेश्वरम में लंका पर पुल बांधने के लिए गिलहरी का प्रयास आज तक याद किया जाता है परंतु एक ऐसी अद्भुत बात अयोध्या धाम में हुई कि गुजरात का एक बहुत बड़ा व्यापारी, ठेकेदार जो गुजरात में बीएमडब्ल्यू से घूमता है, वह गुमनाम बनकर राम जन्म भूमि के ठेकेदार से मिलता है और मजदूरी की मांग करता है कि मुझे राम जन्मभूमि में काम करने के लिए मजदूरी पर रख लिया जाए और वह अरबपति आदमी मोतीराम 3 महीने तक पूरा परिवार गुजरात घर बार छोड़कर श्री राम जन्मभूमि में निर्माण के लिए अपनी समिधा समर्पित कर रहा था।
इसका प्रयास कितना सराहनी है यह तो उसका भाग्य जाने पर नि:संदेह उसने गुमनाम रहकर के उन लोगों के मुंह पर तमाचा मारा है जो अहंकाराचार्य शंकराचार्य हैं जो लोग कभी भी अपनी आत्म प्रशंसा से नहीं थकते उनके लिए गुजरात के इस चित्र में इस ठेकेदार का मार्गदर्शन अपने आप में एक बड़ी बात है। नेकशनल पत्रकार अमन चोपड़ा के साथ दिख रहा है व्यक्ति गुजरात के लब्ध प्रतिष्ठित व्यापारी हैं जिसका नाम मोतीराम है और 3 महीने से घर द्वार बच्चों को छोड़कर अयोध्या धाम में सीमेंट और पत्थरदो रही हैं ।
क्या कोई भी राजनीतिक, सामाजिक ,सांस्कृतिक अहंकाराचार्य मोतीराम की बराबरी कर सकता है?