बस्ती
समसुल हक और सिराजुल हक दोभाइयो ग्राम टिकरिया थाना डुमरियागंज जनपद सिद्धार्थनगर ने पुलिस उप महान निरीक्षक बस्ती क्षेत्र को एक प्रार्थना पत्र देकर गुहार लगाया है कि उनके साथ उनके गांव के ही दबंग और सीना जोर अब्दुल हामिद पुत्र अब्दुल कुड्डूस ने करोड़ों रुपए का चूना लगाया है। समसूल का कहना है कि वह व्यापार व नौकरी के सिलसिले में सऊदी अरब रहते हैं कभी कभार उनका आना जना यहां गांव पर होता है , उन्हीं के गांव के अब्दुल वाहिद ने उनसे कहा कि मेरा बेटा लखनऊ में रियल स्टेट का बड़े पैमाने पर कारोबार करता है और उसमें अच्छा लाभ है यदि आप कुछ पैसा उसमें लगा दे तो आपके पैसे के हिसाब से आपको लाभ देते रहेंगे ।
कुछ दिनों बाद अब्दुल वाहिद ने समसुल हक से कहा व्यापार में 38 लाख से ऊपर का फायदा हुआ है यदि आप चाहे तो पैसा ले लें या व्यापार में हम लगा दें जिससे आपको और अधिक फायदा मिले उनकी बात को मेने सहसा मान करके समसुल हक ने स्वीकृति दे दी ।इतना ही नहीं अब्दुल वाहिद ने अरब से आने के बाद मुझे एक बार फिर कहा कि मैं एक विद्यालय खोल रहा हूं उसमें आपको पार्टनर बना दूंगा ।कुछ रुपए और दे दे।उन्होंने फिर कई चरणों में चार लाख ₹50000 अब्दुल वाहिद के बेटे की फर्म अर्थरीज कंपनी में समय-समय पर दे दिया ।
कुल मिलाकर मूलधन के रूप में एक करोड़ 65 लाख से ऊपर की धनराशि होने के बाद जब समसुल हक ने वाहिद से अपने पैसों की डिमांड की तो आनाकानी करने के बाद इन लोगों ने कहा कि व्यापार में मंदी चल रहा है बाद में पैसा मिलेगा। तमाम गवाहों के सामने मैंने पैसा दिया और इन्होंने पैसा लेना स्वीकार भी किया। परंतु जब मैं अपने पैसों की वापसी का दबाव बनाया तो उन्हो ने ने बड़े दबाव के बाद एक करोड़ 15 लाख रुपया नकद हमारे खाते में ट्रांसफर कर दिया ।प्रतिपक्ष ने जबरदस्ती हमसे रिसीविंग ले लिया और एक करोड़ 65 लाख की जगह पर एक करोड़ 15 लाख पाना स्वीकार करते हुए हमसे जबरदस्ती हस्ताक्षर करवाया। प्रतिरोध पर जब मैंने कहा कि मैं ज्यादा दिया था तो उन लोगों ने कहा सादे कागज पर हस्ताक्षर कर दीजिए और संशोधन कर लीजिए मेरे सादे कागज के हस्ताक्षर कराया ।
इन लोगों ने शपथ पत्र बनाकर अपने समर्थन में लिखवा लिया। गोरबंद लोगों ने मेरे खिलाफ कूट रचना कर हमारे साथ गाली गलौज और दुर्व्यवहार किया। जब मैं अपने रूपयो के सापेक्ष मुनाफे की बात किया तो इन लोगों ने गाली गुप्ता देते हुए कुछ भी देने से इनकार कर दिया।
इस आशय का प्रार्थना पत्र समशुल हक आदि ने पुलिस महानिरीक्षक बस्ती को देकर मुनाफे का अपने 50 लाख से ऊपर की धनराशी को 8 सालों का ब्याज मिलाकर लगभग 8 करोड रुपए के डिमांड की । जॉच की कार्यवाही प्रचलित है और वादी डरा और सहमां हुआ है कि प्रतिपक्ष उसके साथ कभी भी कुछ भी कर सकता है।
ज्ञातव्य है की अब्दुल वाहिद सफा फाउंडेशन नाम का विवादित संस्थान भी चलता है ,जिससे वह विदेश से चंदा इकट्ठा करने और उसके दुरुपयोग करने की संभावना से इनकार नहीं किया जा सकता ।अगर विदेश से चंदा लाता है तो विदेशी चंदा अधिनियम एफसीआरए के तहत उसके खिलाफ सरकार को भी कार्यवाही करनी चाहिए। समसुल हक ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ , डी जीपी उत्तर प्रदेश और निदेशक एटीफ को संपूर्ण मामले की जांच और वास्तविक और उचित कार्यवाही के लिए निवेदन किया है।