नवम्बर 2023
गुरूवार को देर शाम, केले की खेती एवं केले से संबंधित प्रसंस्करण उद्योग को बढ़ावा दिये जाने हेतु जिलाधिकारी अंद्रा वामसी की अध्यक्षता में कलेक्ट्रेट सभागार में बैठक सम्पन्न हुआ। बैठक में उन्होने केला टिश्यूकल्चर लैब की स्थापना हेतु प्रस्ताव तैयार करने के लिये जिला उद्यान अधिकरी को निर्देशित किया है। उन्होने कहा कि जनपद के 25 कृषकों के साथ तीन विभागीय कर्मचारियों को नेशनल रिसर्च सेंटर फॉर बनाना, तिचि तामिलनाडु (एन0आर0सी0) में मास्टर ट्रेनर के रूप मे विकसित करने के लिये प्रशिक्षण हेतु भेजा जाए। इसके लिये शासन से विभाग को धनराशि प्राप्त है। प्रशिक्षण प्राप्त होने के उपरान्त इनके द्वारा लगभग 1500 कृषको को केले की खेती के लिए प्रशिक्षित किया जायेंगा। उन्होने कहा कि फसल बीमा के लिये बीमा कम्पनी से सम्पर्क कर केला को नगदी फसल में लाये जाने हेतु बात की जायेंगी।
बैठक में उन्होने उद्यान अधिकारी को निर्देश दिया है कि इन्टीग्रेटेड बनाना, कल्टीवेशन के तहत पैक हाउस, रैपनिंग चेम्बर, प्री-कूलिंग चेम्बर एवं प्रोसेसिंग यूनिट की स्थापना हेतु प्रस्ताव तैयार करा कर निदेशालय से स्वीकृत करा कर जनपद में स्थापित कराये। केला उत्पादक कृषक राम करन चौरसिया ने जनपद मे केला को आजादपुर मण्डी में भेजने हेतु रेलवे की एक रैक की व्यवस्था जनपद में कराये जाने की मांग किया।बैठक का संचालन उप निदेशक, उद्यान पंकज कुमार शुक्ला ने किया। इसमें सीडीओ जयदेव सीएस, सहायक निदेशक रेशम, उद्यान अधिकारी, कृषि अधिकारी/भूमिसंरक्षण अधिकारी, वैज्ञानिक कृषि विज्ञान केन्द्र, प्रबन्धक अग्रिणी जिला बैंक, डी०डी०एम० नबार्ड, जिला समन्वयक कौशल विकास मिशन तथा भारी संख्या में किसानगण उपस्थित रहें।