बस्ती
भ्रष्टाचार और परमात्मा जहां खोजिए वहां मिल जाएंगे पर भ्रष्टाचारी कभी भी बच नहीं सकता. इसका पक्का उदाहरण बस्ती जनपद में पूर्व प्रधान विजय लक्ष्मी चौधरी को वर्ष 2015 से 2020 तक ग्राम पंचायत के विकास कार्यों में अनियमितता बरतने के कारण सरकारी धन के गबन के कारण पुलिस तलाश रही थी. इस मामले में कई लोगो की गिरफ्तारी पहले भी हुई है फरार प्रधान पर ₹25000 का इनाम भी घोषित था एसटीएफ वह स्थानीय पुलिस की संयुक्त टीम ने उसे गिरफ्तार किया .
गिरफ्तारी बुधवार की रात में हुई है अजीत प्रताप सिंह नए जिलाधिकारी से वर्ष 2015 से 2020 तक ग्राम पंचायत में विकास कार्यों की अनुमता बढ़ाने व सरकारी धन का गठन किए जाने की शिकायत की थी डीएम के निर्देश पर तत्कालीन जिला विकास अधिकारी व जिला समाज कल्याण अधिकारी जिला पंचायत राज अधिकारी और तहसीलदार भानपुर की चार सदस्यों की टीम में मौके का निरीक्षण कब होती है मामले में प्रथम राज्य वित्त से लगभग 10 लख रुपए के गठन की पुष्टि हुई .
इसके बाद तत्कालीन सहायक विकास अधिकारी पंचायत शिवकुमार लाल श्रीवास्तव की तारीख और पुलिस ने तत्कालीन ग्राम विकास अधिकारी राजेंद्र चौधरी रमाकांत वर्मा निषाद अफरोज मनरेगा तकनीकी सहायक अशोक कुमार चौधरी और पूर्व प्रधान विजय लक्ष्मी चौधरी के विरुद्ध 19 फरवरी 2023 को गगन का मुकदमापुलिस ने राजन चौधरी को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया था अफरोज अब सेवानिवृत्ति और तत्कालीन सहायक अशोक कुमार चौधरी जांच के आश्वासन पर उच्च न्यायालय से विवेचना के दौरान इनके ऊपर लगातार ₹25000 का इनाम घोषित हुआ था थाना अध्यक्ष रामदेव ने बताया कि पुलिस पर लखनऊ की संयुक्त टीम ने आरोपित पूर्व प्रधान को राष्ट्रीय मुंडेरवा से गिरफ्तार कर लिया आज इसके न्यायालय में पेश किया जाएगा