पेंशन अपडेट के नाम पर पेंशन भोगियों को ठगने वाला करोड़ो का साइबर अपराधी अन्तत: गिरफ्तार


बस्ती।


 साइबर अपराधों के अनावरण के क्रम में विशेष पुलिस महानिदेशक साइबर क्राइम उ0प्र0 सुभाष चन्द्र के आदेशानुसार साइबर अपराधो की रोकथाम हेतु चलाये जा रहे अभियान के अनुपालन के क्रम में पुलिस महानिरीक्षक बस्ती परिक्षेत्र बस्ती आर0 के0 भारद्वाज के पर्यवेक्षण व पुलिस अधीक्षक साइबर क्राइम उत्तर प्रदेश प्रो त्रिवेणी सिंह व अपर पुलिस अधीक्षक डा0 महेन्द्र पाल सिंह के नेतृत्व में प्रभारी निरीक्षक विकास यादव साइबर क्राइम थाना बस्ती परिक्षेत्र बस्ती मय टीम द्वारा ऑनलाइन रुपयों की ठगी करने वाले गैंग को सरगना को गिरफ्तार करने में थाना साइबर क्राइम बस्ती पुलिस ने सफलता प्राप्त की है। गैंग का सरगना राजू शाव गिरफ्तारी से बचने के लिए पिछले कई वर्षो से अपना लोकेशन बदल रहा था।
पिछले कई वर्षो से पश्चिम बंगाल में बैठे साइबर अपराधियों द्वारा सेवानिवृत्त सरकारी कर्मचारियों को उनकी नौकरी व खातो से सम्बन्धी विवरण बताकर उनके पेंशन आदि अपडेट करने के नाम पर खातो से रुपयों की ठगी किये जाने कि सूचनाये प्राप्त हो रही थी। उत्तर प्रदेश के कई जिलो में सेवानिवृत्त कर्मियों के साथ ठगी के अपराध घटित हुए हैं, इसी क्रम में थाना साइबर क्राइम बस्ती पर पुलिस पेंशन धारक इन्द्रजीत यादव ने लगभग 16 लाख रूपये व पुलिस पेंशनर विद्यासागर ने लगभग 24 लाख व अन्य व्यक्ति शैलेश पाण्डेय ने 2.40 लाख रूपये ठगी किये जाने कि सूचना दी जिस पर थाना साइबर क्राइम बस्ती पर क्रमशः मुकदमा आईटी एक्ट व थाना बेलहर कला जनपद सन्तकबीरनगर पर पंजीकृत मुकदमा आई0टी0 एक्ट पंजीकृत हुए। जिसकी विवेचना थाना साइबर क्राइम बस्ती से की जा रही थी। उक्त मुकदमों की विवेचना में तकनीकी संसाधनों का प्रयोग करते हुए अज्ञात अभियुक्तगण साइबर ठगों बारे में जानकारी प्राप्त की गयी तो पता चला कि उक्त तीनों मुकदमो में झारखंड एवं पश्चिम बंगाल का गैंग सम्मिलित है। उक्त मुकदमों के अनावरण हेतु घटना में प्रयुक्त मोबाइल नंबरो, बैंक विवरणों आदि का डाटा एकत्रित कर गहन विश्लेषण किया गया तकनीकी संसाधनो से प्राप्त जानकरी के आधार पर साक्ष्य संकलन कर सेवानिवृत्त सरकारी कर्मचारियों को फ़ोन कॉल के माध्यम से उनकी निजी जानकारियां बताते हुए बरगलाकर उनके बैंक खातो से ऑनलाइन रुपयों कि ठगी करने वाले गैंग के सरगना राजू शाव को गिरफ्तार किया गया तथा इनके पास से अपराध में प्रयुक्त कई मोबाइल, आधार कार्ड, आदि बरामद किये गये।
गिरफ्तारी के बाद पूछताछ व बरामद उपकरणों के नंबर आदि को NCCRP पोर्टल व साइबर सेफ पोर्टल पर सर्च किया गया तो जानकारी हुयी कि पकड़े गये अभियुक्त राजू शाव द्वारा विभिन्न जनपदो के लोगो से भी ऑनलाइन रुपयों की ठगी की गयी है।
अभियुक्त के ऊपर अन्य राज्यों में पंजीकृत अपराध को भी कारित किया जाना पाया गया। अभियुक्त द्वारा उत्तर प्रदेश में सेवानिवृत कर्मचारी से ठगी सम्बन्धित अपराध की सूचना अनुसार इस गैंग द्वारा करोड़ो की ठगी की गयी, जिसका मिलान कराया जा रहा है।
अभियुक्त द्वारा प्रयोग किये जा रहे बैंक खातो को फ्रीज़ करा दिया गया है तथा प्रकाश में आये अन्य संलिप्त अभियुक्तों की तलाश की जा रही है।
अभियुक्त अपने अन्य साथी के मदद से सरकारी सेवानिवृत्त कर्मियों के डाटा को ओपन सोर्स से ऑनलाइन प्राप्त कर उनको कॉल करके अपने आप को ट्रेजरी आफिसर बताकर पेंशन आदि अपडेट करने के नाम पर बरगलाकर उनसे ओ0टी0पी0 व उनके खातो की गोपनीय जानकारी प्राप्त कर उनके खातो में मौजूद उनके जीवन भर की जमा पूंजी दूसरे खातो में ट्रान्सफर कर निकाल लेते थे।
गिरफ्तारी अथवा गिरफ्तारी में तकनीकी सहयोग करने वाली टीम उ0नि0 अवधेश कुमार वर्मा, उ0नि0 महेन्द्र यादव, हे0का0 राजेश यादव, हे0का0 मनोज राय, हे0का0 मनिन्द्र प्रताप चन्द साइबर क्राइम थाना बस्ती, हे0का0 गौरव श्रीवास्तव साइबर क्राइम मुख्यालय लखनऊ आदि शामिल रहे।


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