प्रयागराज
प्रयागराज में MBBS की छात्रा ने की खुदकुशी, हॉस्टल के कमरे में फंदे से झूलता मिला शव
प्रयागराज के मोतीलाल नेहरू मेडिकल कॉलेज में छात्रा ने खुदकुशी कर ली. छात्रा का शव हॉस्टल के कमरे से बरामद हुआ. खुदकुशी की वजह अभी साफ नहीं हुई है.
बेटी हमें माफ करना हम तुझे बचा नही पाए
आत्महत्या करने वाली छात्रा के पिता बोले मेरी दुनिया उजड़ गई, सब देखते ही बेहोश हो गए बेटी को डॉक्टर बनने का सपना सजा जब शव पिता के सामने आया तो बेहोश हो गए .थोड़ी देर बाद होश आया तो बेटी की लाश देखकर जोर-जोर से सीट पर चिल्लाने लगे .उनके सामने सपना बिखर चुके थे.
बात है मनोज श्रीवास्तव की जो एमबीबीएस थर्ड ईयर की छात्रा श्रुति के पिता हैं .पोस्टमार्टम के बाद शव बाहर आने पर बेकाबू हो गए .शुक्रवार को मोतीलाल नेहरू मेडिकल गर्ल्स कॉलेज में s
श्रुति ने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली ,शनिवार को रसूलाबाद घाट पर उसका अंतिम संस्कार हुआ जब पिता ने अपनी बेटी की चिता में आग लगे तो वहां घाट पर मौजूद हर किसी की आंखें नम थी .पिता बस रो रो कर इतना कहता था की बेटी हमें माफ करना हम तुम्हें बचा नहीं पाए. श्रुति के पिता मनोज ने कहा मेरी बेटी 1 साल बाद डॉक्टर बनने जा रही थी, तीन बहनों में श्रुति सबसे दुलारी थी मेरा सब सपना यही था की बेटी डॉक्टर बने हमेशा बात होती थी कि दो एक दिन गिन रहा था उसकी पढ़ाई पूरी होने वाली थी लखनऊ से वादा करके प्रयागराज गई वह डॉक्टर बनकर फिर नहींलौटी.
पोस्टमार्टम हाउस के अंदर से निकली बेटी का शव बाहर आया तो वहां रिश्तेदार उसकी फोटो खींचने लगे इस पर मनोज रोते हुए बोले मेरी बेटी की यह फोटो मत खींचे ,क्योंकि आप चेहरा भी मैं कभी देख सकते.श्रुति के पार्टनर छात्रा से पता चला की रात में दो-दो बजे अचानक उठकर जोर-जोर से चिल्लाने लगती थी और डिप्रेशन में चल रही थी .तीन दिन पहले यह उसने अलग कमरा अलाट कराया था .
दूसरी छात्राओं ने बताया कि वह पढ़ने में अच्छी थी और किसी भी सेमेस्टर में फेल नहीं हुई थी प्रयागराज के मोतीलाल नेहरू कॉलेज में एमबीबीएस की छात्रा ने शुक्रवार को फांसी लगा ले सुबह उसके कमरे से लाश मिली दे शाम तक दरवाजा नहीं खुला तो हॉस्टल के छात्र-छात्राएं कमरे के पास खिड़की से झांक कर उसे देखें तब लाश लटकती दिखी.