कौटिल्य वार्ता,बस्ती
बस्ती में दो-दो फर्जी पैरामेडिकल कॉलेज संचालित करने वाले आरोपी कृष्ण कुमार चौधरी को कप्तानगंज पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है. कृष्ण कुमार चौधरी काफी दिनों से फरार चल रहा था. आरोपी को पुलिस ने शनिवार (30 सितंबर) को अमहट पुल के पास से गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है.
उत्तर प्रदेश की योगी सरकार लगातार ऐसे सिंडिकेट के खिलाफ अभियान चला रही है जो बच्चों के भविष्य के साथ खिलवाड़ कर रहे हैं. सरकार की कई टीमें लगातार ऐसे नटवरलालों की तलाश कर रही है जो फर्जी दस्तावेजों के सहारे बच्चों को फर्जी डिग्री बाटने का काम कर रहे हैं. उसी क्रम में बस्ती में भी पुलिस ने बच्चों की शिकायत पर फर्जी डिग्री बाटने वाले कॉलेज के प्रबंधक को गिरफ्तार कर लिया.
एडमिशन के लिए ले रहा था मोटी रकम
ये मामला कप्तानगंज थाना क्षेत्र के गांव नकटीदेई बुजुर्ग का है. जहां कृष्ण कुमार चौधरी दो फर्जी कॉलेज- एक सरदार पटेल पैरामेडिकल कॉलेज कप्तानगंज और दूसरा उत्कर्ष पैरामेडिकल कॉलेज कप्तानगंज के नाम से खोलकर मोटी रकम लेकर एडमिशन दे रहा था. आरोपी फर्जी पैरामेडिकल कॉलेज और डी फार्मा की डिग्री दे रहा था.
ऐसे हुआ खुलासा
कोतवाली थाना क्षेत्र में जब फर्जी पैरामेडिकल कॉलेज का भंडाफोड़ हुआ तो जिला प्रशासन ने इस पर सख्त रुख अपनाते हुए जिले में सभी संचालित मेडिकल व पैरामेडिकल कॉलेजों के जांच के आदेश दिए. इसी के साथ जगह-जगह चल रहे ऐसे कॉलेजों की जांच शुरु हुई. जिसमें ये पता चला कि कप्तानगंज में सरदार पटेल पैरामेडिकल कॉलेज और उत्कर्ष पैरामेडिकल कॉलेज फर्जी हैं.
400 से ज्यादा छात्रों ने लिए दाखिला
इन दोनों कॉलेजों में 400 से अधिक अभ्यर्थियों ने एडमिशन लिया था. जिसको लेकर जिला प्रशासन ने फर्जी स्कूल के प्रबंधक सहित अन्य लोगों पर मुकदमा दर्ज किया. फर्जी पैरामेडिकल कॉलेज के संचालक कृष्ण कुमार चौधरी को जैसे ही मुकदमा दर्ज होने का पता चला तो वह फरार हो गया.
काफी खोजबीन करने के बाद आखिरकार पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर जेल भेज दिया. जिले में फर्जी पैरामेडिकल कॉलेज खोलने वाले सिंडिकेट का संचालन में बढ़ोतरी हुई है. जो अपने लाभ के लिए बच्चों के भविष्य के साथ खिलवाड़ कर रहे हैं. अब देखना होगा कि प्रशासन किस तरह से इन लोगों पर अंकुश लगाता है.