बस्ती।
पुलिस की प्रतिष्ठा से जुड़ चुके रौता लूटकांड का कोतवाली पुलिस व सर्विलास टीम ने सफल अनावरण कर दिया है। अभियुक्तों के पास से घटना में प्रयुक्त किया गया लोहे का राड, मेटरसाइकिल और लूट की रकम से 12,500 रूपये बरामद किये गये हैं। घटना 11 सितम्बर के दिन में करीब दो बजे की है। शुक्रवार को पत्रकारों से वार्ता करते हुये पुलिस अधीक्षक गोपाल कृष्झा चौधरी ने घटना से जुड़ी जानकारियां दी।
सरेआम मुख्यमार्ग पर रौता पुलिस चौकी से महज 50 कदमों की दूरी पर अंजाम दिये गये इस दुस्साहसिक वारदात को लेकर पुलिस की साख को बट्टा लग गया था। पुलिस अधीक्षक ने बताया कोतवाली पुलिस, स्वाट टीम व एसओजी टीम के संयुक्त कार्यवाही में लूट के 09 पीली धातु के गहने, 12,250 रुपए नगद, दो अदद मोबाइल फोन व घटना में प्रयुक्त किए गए लोहे का सब्बल बरामद किया गया है। इस मामले में वांछित 02 अभियुक्तों को गिरफ्तार किया गया है। उपरोक्त मामले में कोतवाली में
धारा 34, 307, 342, 394 सपठित धारा 397, 411, 455 आईपीसी के तहत मुकदमा दर्ज है। पुलिस अधीक्षक ने बताया कि मुखबिर खास की सूचना पर अभियुक्तों को शुक्रवार को दिन में 9.10 बजे थाना क्षेत्र के अमहट पुल के पास से गिरफ्तार कर, लूट के सामान व पैसे की बरामदगी की गई।
गिरफ्तार अभियुक्त
गिरफ्तार किये गये अभियुक्तों में रामदेव यादव उर्फ प्रिंस पुत्र छिनमिन निवासी ग्राम महरीपुर थाना नगर जनपद बस्ती तथा दूसरा राजेश पुत्र दुर्गा प्रसाद निवासी ग्राम करमा थाना पुरानी बस्ती जनपद बस्ती है।
रामदेव यादव का आपराधिक इतिहास
गिरफ्तार किये गये अभियुक्त रामदेव यादव का अपराधिक इतिहास है। उसके खिलाफ बस्ती कोतवाली में धारा 302 आईपीसी, गुण्डा नियंत्रण अधिनियम, तथा धारा 34, 307, 342, 394, 397, 411, 455 आईपीसी के तहत मुकदमे दर्ज हैं।
राजेश उर्फ राजू का आपराधिक इतिहास
राजेश यादव के खिलाफ धारा 380, 411 आईपीसी, गैंगेस्टर एक्ट, धारा 401, 379, 455 380, 394, 342, 307, के तहत बस्ती कोतवाली तथा कप्तानगंज थाने में 12 मुकदमे दर्ज हैं।
घटना का विवरण
11 सितम्बर को मालवीय रोड के रोता चौराहा निवासी सुरेन्द्र मोहन वर्मा पुत्र स्व0 हरीशचन्द्र वर्मा ने कोतवाली पुलिस को दिये तहरीर में बताया था कि वे वकालत करते हैंं। 10.30 बजे कचहरी चले जाने के बाद उनकी पत्नी घर पर अकेली थी। करीब 02 बजे दिन में दो लड़के मुंह पर कपड़ा बांध कर घर में घुस कर पत्नी के पेट में चाकू से वार किया तथा मुंह पर राड से मारकर घायल कर दिया तथा कान से बाली व पैर से बिछिया निकालकर पत्नी को बांधकर बाथरुम में बन्द कर घर के आलामारी व बक्सा से करीब 60,000 रुपये व जेवरात लेकर भाग गए।
अभियुक्तों ने क्या कहा
पूछने पर अभियुक्तों ने बताया कि रौता चौराहे के पास दोपहर में एक वकील जिनका नाम सुरेंद्र मोहन वर्मा है के घर में हम दोनों मिल कर लूट करने गए थे, वकील की पत्नी अकेली घर पर थीं उसने हमलोग का विरोध किया तो हम दोनो ने मिलकर उसको सब्बल से मारे थे तथा बाथरूम में बंद करके घर में लूट किए थे। जिनमे प्राप्त सामान को बेचने जा रहे रहे थे कि आप लोगों ने पकड़ लिया। रामदेव ने बताया कि मै पहले वकील साहब की गाड़ी चलता था। वकील साहब की पत्नी चलने में असमर्थ रहती हैं तथा वकील साहब सुबह कचहरी चले जाते हैं व शाम को घर आते हैं। इस बात की मुझे जानकारी थी इसलिए मौका देखकर हम लोगों ने यह घटना कारित किया था।
अनावरण करने वाली पुलिस टीम
इसमें प्रभारी निरीक्षक कोतवाली विनय पाठक, एसओजी टीम प्रभारी उपनिरीक्षक गजेंद्र प्रताप सिंह, प्रभारी स्वाट टीम उपनिरीक्षक उमाशंकर तिवारी, प्रभारी सर्विलांस सेल शशिकांत, प्रभारी चौकी गाँधीनगर राकेश मिश्रा, प्रभारी चौकी रोडवेज राहुल गुप्ता, कांस्टेबल मनीष यादव, गौरव कुमार, प्रभारी चौकी बड़ेबन शशिशेखर सिंह, प्रभारी चौकी रौता रमेश यादव, हेड कांस्टेबल ज्वाला सिंह, आरक्षी अमरीश प्रजापति, आरक्षी मनीष यादव, आरक्षी गौरव, हेड कांस्टेबल अनंत यादव, आरक्षी साजिद जमाल, आरक्षी गजेंद्र प्रताप सिंह आरक्षी देवेंद्र निषाद एसओजी टीम तथा कांस्टेबल धर्मेन्द्र कुमार, रमेश कुमार, धीरज यादव, अभिलाष सिंह व सुभेन्द्र तिवारी स्वाट टीम का योगदान रहा।
सरेआम मुख्यमार्ग पर रौता पुलिस चौकी से महज 50 कदमों की दूरी पर अंजाम दिये गये इस दुस्साहसिक वारदात को लेकर पुलिस की साख को बट्टा लग गया था। पुलिस अधीक्षक ने बताया कोतवाली पुलिस, स्वाट टीम व एसओजी टीम के संयुक्त कार्यवाही में लूट के 09 पीली धातु के गहने, 12,250 रुपए नगद, दो अदद मोबाइल फोन व घटना में प्रयुक्त किए गए लोहे का सब्बल बरामद किया गया है। इस मामले में वांछित 02 अभियुक्तों को गिरफ्तार किया गया है। उपरोक्त मामले में कोतवाली में
धारा 34, 307, 342, 394 सपठित धारा 397, 411, 455 आईपीसी के तहत मुकदमा दर्ज है। पुलिस अधीक्षक ने बताया कि मुखबिर खास की सूचना पर अभियुक्तों को शुक्रवार को दिन में 9.10 बजे थाना क्षेत्र के अमहट पुल के पास से गिरफ्तार कर, लूट के सामान व पैसे की बरामदगी की गई।
गिरफ्तार अभियुक्त
गिरफ्तार किये गये अभियुक्तों में रामदेव यादव उर्फ प्रिंस पुत्र छिनमिन निवासी ग्राम महरीपुर थाना नगर जनपद बस्ती तथा दूसरा राजेश पुत्र दुर्गा प्रसाद निवासी ग्राम करमा थाना पुरानी बस्ती जनपद बस्ती है।
रामदेव यादव का आपराधिक इतिहास
गिरफ्तार किये गये अभियुक्त रामदेव यादव का अपराधिक इतिहास है। उसके खिलाफ बस्ती कोतवाली में धारा 302 आईपीसी, गुण्डा नियंत्रण अधिनियम, तथा धारा 34, 307, 342, 394, 397, 411, 455 आईपीसी के तहत मुकदमे दर्ज हैं।
राजेश उर्फ राजू का आपराधिक इतिहास
राजेश यादव के खिलाफ धारा 380, 411 आईपीसी, गैंगेस्टर एक्ट, धारा 401, 379, 455 380, 394, 342, 307, के तहत बस्ती कोतवाली तथा कप्तानगंज थाने में 12 मुकदमे दर्ज हैं।
घटना का विवरण
11 सितम्बर को मालवीय रोड के रोता चौराहा निवासी सुरेन्द्र मोहन वर्मा पुत्र स्व0 हरीशचन्द्र वर्मा ने कोतवाली पुलिस को दिये तहरीर में बताया था कि वे वकालत करते हैंं। 10.30 बजे कचहरी चले जाने के बाद उनकी पत्नी घर पर अकेली थी। करीब 02 बजे दिन में दो लड़के मुंह पर कपड़ा बांध कर घर में घुस कर पत्नी के पेट में चाकू से वार किया तथा मुंह पर राड से मारकर घायल कर दिया तथा कान से बाली व पैर से बिछिया निकालकर पत्नी को बांधकर बाथरुम में बन्द कर घर के आलामारी व बक्सा से करीब 60,000 रुपये व जेवरात लेकर भाग गए।
अभियुक्तों ने क्या कहा
पूछने पर अभियुक्तों ने बताया कि रौता चौराहे के पास दोपहर में एक वकील जिनका नाम सुरेंद्र मोहन वर्मा है के घर में हम दोनों मिल कर लूट करने गए थे, वकील की पत्नी अकेली घर पर थीं उसने हमलोग का विरोध किया तो हम दोनो ने मिलकर उसको सब्बल से मारे थे तथा बाथरूम में बंद करके घर में लूट किए थे। जिनमे प्राप्त सामान को बेचने जा रहे रहे थे कि आप लोगों ने पकड़ लिया। रामदेव ने बताया कि मै पहले वकील साहब की गाड़ी चलता था। वकील साहब की पत्नी चलने में असमर्थ रहती हैं तथा वकील साहब सुबह कचहरी चले जाते हैं व शाम को घर आते हैं। इस बात की मुझे जानकारी थी इसलिए मौका देखकर हम लोगों ने यह घटना कारित किया था।
अनावरण करने वाली पुलिस टीम
इसमें प्रभारी निरीक्षक कोतवाली विनय पाठक, एसओजी टीम प्रभारी उपनिरीक्षक गजेंद्र प्रताप सिंह, प्रभारी स्वाट टीम उपनिरीक्षक उमाशंकर तिवारी, प्रभारी सर्विलांस सेल शशिकांत, प्रभारी चौकी गाँधीनगर राकेश मिश्रा, प्रभारी चौकी रोडवेज राहुल गुप्ता, कांस्टेबल मनीष यादव, गौरव कुमार, प्रभारी चौकी बड़ेबन शशिशेखर सिंह, प्रभारी चौकी रौता रमेश यादव, हेड कांस्टेबल ज्वाला सिंह, आरक्षी अमरीश प्रजापति, आरक्षी मनीष यादव, आरक्षी गौरव, हेड कांस्टेबल अनंत यादव, आरक्षी साजिद जमाल, आरक्षी गजेंद्र प्रताप सिंह आरक्षी देवेंद्र निषाद एसओजी टीम तथा कांस्टेबल धर्मेन्द्र कुमार, रमेश कुमार, धीरज यादव, अभिलाष सिंह व सुभेन्द्र तिवारी स्वाट टीम का योगदान रहा।