बस्ती
जो बुल्दोहर मुख्य मंत्री के सबसे बड़े हथियार के रूप में आज कल काम आ रहे, वही बस्ती में गायब.परिवहन विभाग रहा खोज!
लगभग 8 टन का वजन उठाने वाले बुलडोजर जिनकी सालाना टैक्स 15120 रुपए है, ऐसे परिवहन विभाग के बकाया होने के कारण बुलडोजरों को खोजने में परिवहन विभाग जुट गया है. लगभग 45 लाख रुपए के बकाए में रिकवरी न होने के कारण अब विभाग इनको तलाश में जुट गया है .
इनको सीज कर बकाया राशि की वसूली की जाएगी जिले में जेसीबी क्रेन मिलाकर कुल 180 मशीनों का पंजीकरण परिवहन विभाग में है जिनका सालाना टैक्स वजन के हिसाब से निश्चित है .इन मशीनों का प्रति टन 1890 रुपए के हिसाब से टैक्स देना होता है .सामान्य तौर पर बुलडोजर या क्रेन 8 टन का होता है उसका टैक्स 15120 रुपए आदा करना पड़ता है.
मगर जिले की अधिकतर बुलडोजर एवं क्रेन मालिकों ने परिवहन विभाग में रोड टैक्स जमा नहीं किया है .विभाग के अभिलेख में बुलडोजर टैक्स के रूप में रुपये 45 लख रुपए बकाया है जिसकी वसूली के लिए मुख्यालय से स्थानीय अफसर को पेज कैसे गए हैं .पखवाड़े भर में इन बुलडोजरों से रिकवरी होनी है ,विभाग बुलडोजरों को खोजने और उनसे वसूली करने में जुड़ गया है ,अन्यथा की स्थिति में इन्हें पड़कर इनको सील कर दिया जाएगा .
रिकवरी के लिए सख्त रूप अपनाया जा रहा है ,इसके लिए संबंधित मालिकों को नोटिस जारी की गई है .यह सूचना ए आरटीओ पंकज सिंह के हवाले से जारी की गई है . ज्ञातव्य है कि जो बुलडोजर आजकल योगी जी के सबसे बड़े हथियार के रूप में प्रयोग हो रहे हैं ,वे बुलडोजर अपना रोड टैक्स छुपाने के चक्कर में अंतर्धान कहां हो गए हैं. विश्वास है कि परिवहन विभाग की मिली भगत से ऐसा कुछ हुआ होगा. पर अपने पर आने से बुलडोजरों से वसूली जल्द होजाएगी.