फाइलेरिया अभियान 10 अगस्त से घर-घर

 


बस्ती 04 अगस्त 2023
 फाइलेरिया बीमारी जानलेवा नही है मगर यह सम्पूर्ण जीवन को प्रभावित करता है, इसलिए आगामी 10 अगस्त से घर-घर निःशुल्क दवा खिलाने के अभियान के अन्तर्गत सभी नागरिक इसकी दवा अवश्य खा लें। उक्त अपील मण्डलायुक्त अखिलेश सिंह ने की है। उन्होने कहा कि कोई भी लाभार्थी दवा से छूटना नही चाहिए, क्योकि इस बीमारी का कोई इलाज नही है। इसके अलावा जिला अस्पताल, सीएचसी, पीएचसी, हेल्थ एण्ड वेलनेस सेण्टर पर भी दवा उपलब्ध रहेंगी, जहॉ व्यक्ति जाकर दवा खा सकता है।
      उन्होने बताया कि फाइलेरिया रोग (हाथीपांव) एक लाइलाज बीमारी है। इस बीमारी से बचाव के लिए फाइलेरिया रोधी औषधि का सेवन ही एकमात्र उपाय है। वर्तमान में उत्तर प्रदेश के 51 जनपद फाइलेरिया से प्रभावित है। फाइलेरिया एक परजीवी जन्य संक्रामक बीमारी है, जो धागे जैसे कृमियों से होती है। फालेरिया क्यूलेक्स मच्छर के काटने से फैलता है। संक्रमित मच्छर के काटने के 10-15 वर्षो के पश्चात यह हाथ, पैर, स्तन या अंडकोश के सूजन (हाइड्रोसील) पेशाब में सफेद रंग के द्रव का स्त्राव (काइल्यूरिया) लम्बे समय से सूखी खांसी आना (ट्रोपिकल स्नोफीलिया) आदि के रूप में दिखाई देता है।
      उन्होने बताया कि 2 से 5 वर्ष आयु के बच्चों को डीईसी तथा एल्वेण्डाजाल की एक-एक टेबलेट खिलायी जायेंगी। 05 से 15 वर्ष आयु के लोगों को डीईसी की 2 तथा एल्वेण्डाजाल की 1 टेबलेट खिलायी जायेंगी। 15 वर्ष से अधिक आयु के व्यक्ति को डीईसी की 3 तथा एल्वेण्डाजाल की 1 टेबलेट खिलायी जायेंगी। 01 वर्ष से कम आयु के बच्चों, गम्भीर रूप से बीमार व्यक्तियों एवं गर्भवती माताओं को यह दवा नही खिलायी जायेंगी।
       उन्होेने बताया कि टीम 11.00 बजे से घर-घर जायेंगी तथा अपने सामने दवा खिलायेंगी। खाली पेट दवा नही खाना है। परिवार के बचें हुए सदस्यों के लिए दवा का वितरण नही किया जायेंगा। दुबारा भ्रमण करके बचे हुए लाभार्थी को दवा खिलाया जायेंगा। छूटे हुए व्यक्ति स्वास्थ्य केन्द्र पर जाकर दवा खा सकेंगें।

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