बस्ती
बस्ती। महिला आंगनबाड़ी कर्मचारी संघ जिला ईकाई की कार्यकारणी समिति की बैठक शनिवार को जिलाध्यक्ष रतनबाला श्रीवास्तव के वैरिहवा स्थित कार्यालय पर सम्पन्न हुई। बैठक में आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों की समस्याओं पर विचार करने के साथ ही संघर्ष की रणनीति बनायी गई।
बैठक को सम्बोधित करते हुये जिलाध्यक्ष रतनबाला श्रीवास्तव ने कहा कि उच्च न्यायालय, मुख्य सचिव, एवं निदेशक के कठोर आदेश के बाद भी आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों से विभाग के कार्यो के अतिरिक्त बीएलओ का कार्य जबरन लिया जा रहा है जिसके लिए महिला आंगनबाड़ी कर्मचारी संघ को आन्दोलन के लिये बाध्य होना पड़ेगा। कहा कि आंगनबाड़ी महिला कर्मियों को अब आन्दोलन की तैयारी शुरू कर दे। लाभार्थियों में खाद्यान्न वितरण कार्य में स्वयं सहायता समूह के सदस्यों का अनावश्यक हस्तक्षेप से आंगनबाड़ी कार्यकत्रियां परेशान हैं। उन्होंने कहा कि विभागीय अधिकारियों एवं कर्मचारियों की उदासीनता एवं भेदभाव से समस्याओं का अम्बार लगा हुआ है परियोजना से लगायत जिले तक कोई पुरसाहाल नहीं है।
इससे पूर्व सल्टौवा की आंगनबाड़ी कार्यकत्री सरोज शुक्ला को सर्वसम्मति से कार्यवाहक जिलाध्यक्ष चुना गया तथा संगठन की मजबूती एवं विस्तार को लेकर गहन विचार विमर्श के पश्चात सभी परियोजना इकाइयों में बैठके करके नयी कमेटियों का चुनाव करने सहित समस्याओं के समाधान हेतु जिला कार्यक्रम अधिकारी से मिल कर द्विपक्षीय वार्ता करने हेतु प्रस्ताव पारित किया गया।
बैठक को सम्बोधित करते हुए जिला संरक्षक कामरेड के०के० श्रीवास्तव ने कहा कि शासन एवं विभाग के उदासीनता का आलम यह है कि 2012 के पश्चात आंगनबाड़ी कार्यकत्री, सहायिका, मुख्य सेविका, लिपिक आदि पदो पर नयी नियुक्तियां नहीं हुई। लगातार कर्मचारी रिटायर होते जा रहे हैं। एक कार्यकत्री को कई केन्द्रों का अतिरिक्त प्रभार सौंपा गया है। कार्यकत्रियो पर कार्य समय से पूरा किया करने के दबाव से महिला कर्मी रोगी हो जा रही हैं।
संघ के सन्त कबीर नगर के संरक्षक अयोध्या प्रसाद ने कहा कि अन्य प्रदेशों में कार्यकत्रियों का मानदेय सहित अन्य सुविधाएं उत्तर प्रदेश से बेहतर है किन्तु प्रदेश की सरकार कार्यकत्रियो का कार्य तो बढाती जा रही है किन्तु इनके सामाजिक एवं पारिवारिक सुरक्षा की कोई ब्यवस्था नहीं कर रही है।
बैठक को जिला मंत्री मिथिलेश पान्डेय, मण्डलीय मंत्री रानी सिंह, सरला चौधरी, कुसुम चौधरी, ओम कान्ति, शैल कुमारी, उर्मिला त्रिपाठी, पूनम सिंह, अनीता पाण्डेय, संतोषी शुक्ला, कोकिला मिश्रा, सहित अन्य कार्यकत्रियो ने सम्बोधित किया।