बस्ती/नई दिल्ली28 जून
कांग्रेस पार्टी कभी भी परिवार वाद की प्रेत छाया से उबर नही सकती। आने वाला दिन लोकसभा के चुनाव के किये गिन कर के रह गया है ।ऐसे में कांग्रेसी चारण संस्कृति प्रियंका गांधी को एक बार फिर पटकन ही रहने के लिए तैयार है ।यश कांग्रेसी खुद और अपश प्रियंका के माथे फोड़ेंगे।
कांग्रेश कैसी पार्टी है उसके चारण ही उसके खिलाफ हमेशा रहते हैं। प्रियंका को उत्तर प्रदेश का प्रभारी बनाया गया था और जो दुर्दशा हुई सबके सामने है ।एक बार फिर चारणों ने प्रियंका गांधी को 2024 की कमान देने का निश्चय किया है ,अगर 2024 की कमान इंदिरा की नतीनि प्रियंका गांधी को मिल जाती है तो यह गंभीर विषय होगा।
विपक्षी एकता से लेकर के अपने ही संगठन के सुधार तक की तमाम कोशिशों के बावजूद कांग्रेसियों प्राणवायु रुकने का नाम नहीं ले रही है ।अगले कुछ दिनों में कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे अपनी टीम का विस्तार कर सकते हैं, चर्चा यह भी एक ही प्रियंका गांधी को बड़ा मौका मिल सकता है ,इसके लिए उनको महासचिव का पद देने इसके लिए प्रियंक महासचिव का पद देने के लिए भी तैयारी चल रही है। उनको फिलहाल तेलंगान और मध्य प्रदेश जैसे राज्यों के चुनावों की कमान है लेकिन अब लोकसभा इलेक्शन 2024 भी उनके लिए एक और पद मिल सकता है ।
कांग्रेस कार्यसमिति में कुल 35 नेताओं के शामिल होने का प्लान है जिसमें प्रियंका गांधी को भी जगह मिलेगी इसके अलावा केसी वेणुगोपाल, रणदीप सुरजेवाला ,शैलजा कुमारी ,माणिकराव ठाकरे को भी कार्यसमिति में शामिल किया जा रहा है ।माना जा रहा है अजय माकन और मोहन प्रकाश को भी जगह मिल सकती है ।
खबर तो यह भी है कि मल्लिकार्जुन के इन नेताओं की लिस्ट जारी करेंगे ।प्रियंका गांधी को कांग्रेस के पहले पूर्व यूपी की जिम्मेदारी थी जहां कांग्रेस बुरी तरह से हार चुकी है प्रियंका गांधी के 2 राज्यों में प्रचार करने और जीत हासिल करने के लिए कांग्रेसका संजोग नहीं मान रही है !उनका मानना है कि एक महिला होने के नाते प्रियंका गांधी का प्रचार करना भी हो सकता है सकी वजह से यह है कि तमाम नेताओं पर हमला करने हैं
ख़बर तो यह भी हे महाभारत के शिखण्डी का रोल कही कांग्रेस प्रियंका नेहरू गांधी वाड्रा से कराएगी विषVअस हे नरेंद्र मोदी प्रियंका पर उतना तीखा वार नही करेंगे जितना अन्य कांग्रेसियो पर। यह गांधी की बड़ी बात होगी, विश्वाश किया जाता है भाई बहन मिलकर कांग्रेस को उठान के बजाय दरबारी संस्कृति से पराभव अवश्य दिलाएगें।और पार्टी परिवार की प्रेत छाया से फिलहाल कभी भी मुक्त नही होसकती।
कांग्रेसियो के लिए गांधी नेहरू परिवार के बाद भगवान का नम्बर आताहै।दल्लीश्वरो वा जगदीश्वरो वा।।