बस्ती/,नई दल्ली
आप और काग्रेस का रार बढ़ता जारहा है।केंद्र सरकार के अध्यादेश को लेकर आम आदमी पार्टी और कांग्रेस के बीच इसके समर्थन और विरोध को लेकर खींचतान जारी है. मोदी सरकार के खिलाफ पटना में विरोधी दलों की बैठक के दो दिन बाद कांग्रेस ने एक बार फिर साफ कर दिया है कि आप नेता अपनी बात मनवाने के लिए हमारी कनपटी पर बंदूक नहीं रख सकते. वहीं आप नेता ने पटना बैठक में ही कह दिया था कि जब तक कांग्रेस अध्यादेश के खिलाफ संसद में वोटिंग का भरोसा नहीं देती, तब तक हमारी पार्टी उसके साथ किसी भी गठबंधन या मीटिंग में शामिल नहीं होगी.
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, आम आदमी पार्टी के अध्यादेश के मसले पर सख्त रुख के बावजूद कांग्रेस ने उन्हें टका सा जवाब दे दिया है. कांग्रेस के नेताओं ने कहा कि आप अपनी बात मनवाने के लिए हमारी कनपटी पर बंदूक मत रखिए. कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे और केसी वेणुगोपाल ने दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल की दबाव की राजनीति पर सवाल उठाते हुए आप की भाषा पर भी नाराजगी जाहिर की है. मल्लिकार्जुन खरगे ने कहा कि आप का बयान भड़काउ है तो केसी वेणुगोपाल ने कहा कि अपनी बात मनवाने के लिए वो हमारी कनपटी पर बंदूक नहीं रख सकते.
यद्दपि कांग्रेस और आप दोनों की वैचारिक अंत्येष्टि करीब ही है।