2023-24 में जनपद में 25.58 लाख पौधरोपण किया जायेंगा। इसके लिए 26 विभागों को लक्ष्य का आवंटन किया गया है। कलेक्ट्रेट सभागार में 01 से 07 जुलाई तक आयोजित होने वाले वन महोत्सव की तैयारी की सीडीओ डा. राजेश कुमार प्रजापति ने समीक्षा किया तथा संबंधित अधिकारियों को निर्देशित किया कि वे समय से स्थल चयन करते हुए गड्ढा खुदवाना सुनिश्चित करें। साथ ही नर्सरियों से सम्पर्क करके फलदार एवं छायादार पौधे प्राप्त करें।
उन्होने बताया कि पर्यावरण विभाग 141000, ग्राम्य विकास 1505000, राजस्व 125000, पंचायतीराज 152000, कृषि 293000, उद्यान 185000 का सर्वाधिक लक्ष्य निर्धारित किया गया है। इसी प्रकार रेलवे 10000, उद्योग 12000, नगर विकास 17000, रेशम 22000, पशुपालन 6000, बेसिक शिक्षा 15000, माध्यमिक शिक्षा 9000, उच्च शिक्षा 14000, प्राविधिक शिक्षा 4000, गृह 4000 तथा स्वास्थ्य विभाग 18000 पौधरोपण करायेंगे।
उन्होने कहा कि 01 से 07 जुलाई तक जनजागरूकता कार्यक्रम आयोजित किया जायेंगा तथा लोगों को अधिक से अधिक पौधरोपण के लिए प्रेरित किया जायेंगा। स्कूलों एवं कालेजो में वाद-विवाद, भाषा एवं चित्र प्रतियोगिता के साथ प्रभात फेरी एंव रैली का आयोजन किया जायेंगा। प्रत्येक पौधे की आनलाईन फीडिंग करायी जायेंगी तथा जीओ टैगिंग करायी जायेंगी। प्रत्येक ग्राम पंचायत में ग्राम-1 बनेंगा। इसके लिए अलग से भूमि चिन्हित कर ली जाय। उन्होने कहा कि मनोरमा नदी के किनारे, प्रत्येक गोशाला में भी वृक्षारोपण कराया जाय।
डीएफओ नवीन कुमार शाक्य ने बताया कि वन विभाग की नर्सरियों में लगभग 60 लाख पौधे उपलब्ध है। कोई भी व्यक्ति मनपसंद फलदार एवं छायादार वृक्ष लेकर रोपित कर सकता है। बैठक में उप निदेशक कृषि अनिल कुमार, बीएसए डा. इन्द्रजीत प्रजापति, डीआईओएस डी.एस. यादव, लीड बैंक मैनेजर आर.एन. मौर्या, संदीप वर्मा, मनीष कुमार सिंह तथा विभागीय अधिकरी उपस्थित रहें।
उन्होने बताया कि पर्यावरण विभाग 141000, ग्राम्य विकास 1505000, राजस्व 125000, पंचायतीराज 152000, कृषि 293000, उद्यान 185000 का सर्वाधिक लक्ष्य निर्धारित किया गया है। इसी प्रकार रेलवे 10000, उद्योग 12000, नगर विकास 17000, रेशम 22000, पशुपालन 6000, बेसिक शिक्षा 15000, माध्यमिक शिक्षा 9000, उच्च शिक्षा 14000, प्राविधिक शिक्षा 4000, गृह 4000 तथा स्वास्थ्य विभाग 18000 पौधरोपण करायेंगे।
उन्होने कहा कि 01 से 07 जुलाई तक जनजागरूकता कार्यक्रम आयोजित किया जायेंगा तथा लोगों को अधिक से अधिक पौधरोपण के लिए प्रेरित किया जायेंगा। स्कूलों एवं कालेजो में वाद-विवाद, भाषा एवं चित्र प्रतियोगिता के साथ प्रभात फेरी एंव रैली का आयोजन किया जायेंगा। प्रत्येक पौधे की आनलाईन फीडिंग करायी जायेंगी तथा जीओ टैगिंग करायी जायेंगी। प्रत्येक ग्राम पंचायत में ग्राम-1 बनेंगा। इसके लिए अलग से भूमि चिन्हित कर ली जाय। उन्होने कहा कि मनोरमा नदी के किनारे, प्रत्येक गोशाला में भी वृक्षारोपण कराया जाय।
डीएफओ नवीन कुमार शाक्य ने बताया कि वन विभाग की नर्सरियों में लगभग 60 लाख पौधे उपलब्ध है। कोई भी व्यक्ति मनपसंद फलदार एवं छायादार वृक्ष लेकर रोपित कर सकता है। बैठक में उप निदेशक कृषि अनिल कुमार, बीएसए डा. इन्द्रजीत प्रजापति, डीआईओएस डी.एस. यादव, लीड बैंक मैनेजर आर.एन. मौर्या, संदीप वर्मा, मनीष कुमार सिंह तथा विभागीय अधिकरी उपस्थित रहें।