महाराष्ट्र में सत्ता की तड़पन झेलने वाले राउत ने 20 जून को विश्व ग़द्दार दिवस घोषित करने की की मांग

बस्ती/मुम्बई ,महाराष्ट्र ।


अपनी अति वयान बाजीजी क़े कारण चर्चा में रहने वाले संजय राउत फिर महाराष्ट्र की सियासत में औरंगजेब और टीपू सुल्तान शह और मात का खेल खेल रहे है।. को लेकर छिड़ी सियासी जंग खत्म होने का नाम नहीं ले रही है. इस बीच शिवसेना  के  बड़बोले नेता संजय राउत की एक चिट्ठी ने महाराष्ट्र में सियासी हलचल पैदा कर दी है. सांसद संजय राउत ने संयुक्त राष्ट्र के सेकेट्री जनरल को एक पत्र लिखकर 20 जून को विश्व गद्दार दिवस घोषित करने की मांग की है.


शिवसेना के राज्यसभा सांसद संजय राउत ने ये मांग पिछले साल आज ही के दिन एकनाथ शिंदे के नेतृत्व में शिवसेना के विधायकों ने बगावत करने के मद्देनजर की है. बीते साल 40 के करीब विधायकों की बगावत ने उद्धव ठाकरे के नेतृत्व वाली सरकार को गिरा दिया था. उन्होंने ये चिट्ठी ऐसे समय में भेजी है, जब एक ही दिन पहले यानी 19 जून को शिंदे और उद्धव ठाकरे गुट ने शिवसेना का अलग-अलग स्थापना दिवस मनाय।


शिवसेना  के प्रवक्ता संजय राउत ने कहा कि हम इस मांग पत्र पर महाराष्ट्र के लाखों लोगों के हस्ताक्षर इकट्ठा करेंगे और उन्हें संयुक्त राष्ट्र भेजेंगे. राउत के मुताबिक, दुनिया ने गद्दारी की कई घटनाएं देखी हैं और महाराष्ट्र के लोगों के साथ बीते साल ये हुआ. उन्होंने कहा कि जब हमारी पार्टी सत्ता में आएगी तो 20 जून को गद्दार दिवस मनाया जाएगा. इससे पहले महाविकास आघाड़ी सरकार में शामिल रही एनसीपी ने भी ऐसी ही मांग की थी.


आखिर कौन हैं गद्दार?
बीते साल 20 जून को एकनाथ शिंदे के नेतृत्व में शिवसेना के विधायकों ने सीएम उद्धव ठाकरे के खिलाफ बगावत कर दी थी. इस बगावत में सांसद भी शामिल थे. इन्हें ही शिवसेना (यूबीटी) की ओर से गद्दार कहा जाता है. 19 जून को हुई स्थापना दिवस की सभा में शिवसेना (यूबीटी) के नेता आदित्य ठाकरे ने कहा था कि महाराष्ट्र में कुछ ऐसे लोग हैं, जो दूसरों के पिता चुरा लेते हैं. वो गद्दार हैं.

ज्ञातव्य है सत्ता की छटपटाहट से बोखलाए राउत अनाप सनाप बक कर ठाकरे परिवार के प्रति अपनी श्वान भक्ति प्रदशित कर रहे है।और कांग्रेस उसमे समिधा का काम कर रही है।यही कारण है आज उनकी श्वान कुछ ज्यादा ही दिख रही है।

वेसे भी राउत पर जो विपत्ति आई उसके लिए उनका बड़बोलापन  ही जिम्मेदार है।ज्ञातव्य है 1 साल भी सत्ता का बनवास न झेल सकने वाले राऊत ने वर्तमान महाराष्ट्र सरकार के मुख्यमंत्री को गद्दार की संज्ञा से पुकारना चाहते है।

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