बस्ती
मई उत्तरप्रदेश
ज्येष्ठ माह के कृष्ण पक्ष के प्रतिपदा तिथि पर हर साल नारद भगवान की जयंती मनायी जाती है। यह विचार व्यक्त करते हुए बाल के प्रेरक मिश्रा ने कहा कि भगवान नारद ने कठोर तपस्या के बाद देवलोक में ब्रह्मर्षि का पद प्राप्त किया था। नारद जी को तीनों लोकों में भ्रमण करने का वरदान भी प्राप्त था।
उन्होंने नारद चर्चा कार्यालय पर नारद भगवान के चित्र पर माल्यार्पण करते हुए कहा कि भारतीय सभ्यता एवं संस्कृति में नारद जी का विशेष स्थान है। हम सब जीवन में ऐसे ब्रह्मर्षि से सदैव प्रेरणा लेते रहेंगे। इस अवसर पर विनोद कुमार उपाध्याय, गोकरण नारायण पाण्डेय, सर्वेश श्रीवास्तव, राकेश तिवारी, राजेन्द्र उपाध्याय, बशिष्ठ कुमार पाण्डेय, लवकुश सिंह, संदीप शुक्ला, ब्रम्हसेवक पाण्डेय आदि उपस्थित थे।
उन्होंने नारद चर्चा कार्यालय पर नारद भगवान के चित्र पर माल्यार्पण करते हुए कहा कि भारतीय सभ्यता एवं संस्कृति में नारद जी का विशेष स्थान है। हम सब जीवन में ऐसे ब्रह्मर्षि से सदैव प्रेरणा लेते रहेंगे। इस अवसर पर विनोद कुमार उपाध्याय, गोकरण नारायण पाण्डेय, सर्वेश श्रीवास्तव, राकेश तिवारी, राजेन्द्र उपाध्याय, बशिष्ठ कुमार पाण्डेय, लवकुश सिंह, संदीप शुक्ला, ब्रम्हसेवक पाण्डेय आदि उपस्थित थे।