मूल्य समर्थन योजना में गेहूं खरीद को लेकर अधिकारियों के पसीने छूट रहे हैं ।बाजारी भाव तेज होने के कारण सरकारी क्रय केंद्रों पर किसानों द्वारा गेहूं नहीं लाया जा रहा है ।जिससे क्रय केंद्रों पर मायूसी छाई हुई है ।गेहूं खरीद में तेजी लाने हेतु खाद्य विभाग से जिला खाद्य विपणन अधिकारी अजय प्रताप सिंह एवं कोऑपरेटिव विभाग से जिला प्रबंधक अमित चौधरी द्वारा क्रय केंद्र प्रभारियों को साथ लेकर किसानों के बीच में जाकर बराबर चौपाल लगाया जा रहा है। लेकिन बाजारी भाव तेज होने के नाते और प्राइवेट गल्ला व्यापारियों के द्वारा ऊंचे दामों पर घर से ही गेहूं खरीद लेने के कारण क्रय केंद्रों पर किसानों का नजरिया नेगेटिव आ रहा है। जिला खाद्य विपणन अधिकारी अजय प्रताप सिंह एवं पीसीएफ के जिला प्रबंधक अमित चौधरी अपने-अपने चौपाल के जरिए से किसानों को बराबर आकर्षित करने का प्रयास कर रहे हैं ।दोनों अधिकारियों ने सॉऊघाटा ब्लॉक के करही ग्राम सभा में किसानों के बीच चौपाल लगाया ।
इस अवसर पर बी डी ओ साऊँघाट पंकज सिंह के सहयोग से इकट्ठा हुए किसान सुभाष चौधरी, उपेंद्र प्रताप सिंह, गुलाब ,सुबाष चौधरी ,अजय कुमार ,शुभम शुक्ला आदि किसानों से संपर्क कर सरकार के क्रय केंद्र पर गेहूं बेचने हेतु आकर्षक सुझाव दिया गया। परंतु किसानों ने बाजार एवं क्रय केंद्र के मूल्य के अंतर में काफी अंतर के चलते सरकारी क्रय केंद्रों पर अपनी रुचि न दिखाने की बात बताई। गेहूं खरीद में डिप्टी आरएमओ ने बताया की उनके अधीनस्थ ए एम ओ सुभाष चंद्र सिंह ,संजय कुमार जयसवाल को गेहूं खरीद के लिए लगाया गया है। यह लोग निरंतर किसानों के से संपर्क बनाए हुए हैं। सरकार के शत-प्रतिशत लक्ष्य प्राप्त करने की कोशिश की जा रही है।