22 से 27 जनवरी के बीच ठंढ ले सकता है क्रूर रुप,हृदयाघात की सम्भावनाये ज्यादा!

 ठंढ में मौतों का आंकड़ा बढ़ा, पिछले 24 घण्टों में कानपुर में 7 व मैनपुरी में 4 मरे, ऊपरी लक्षण के बिना आ रहे अटैक!



मनोज श्रीवास्तव/लखनऊ। 


22 से 27 जनवरी के बीच प्रदेश में बूंद-बादी के साथ ठंढ बढ़ने का पूर्वानुमान आया है।यूपी में ठंढ जानलेवा बन चुका है। कड़कड़ाती ठंठ के दौरान पिछले 17 दिंनों में अकेले कानपुर शहर में 183 लोग हार्ट अटैक और ब्रेन स्ट्रोक से मरे हैं। मरने वालों में हेमोरेजिक स्ट्रोक और इस्मिक स्ट्रोक के मामले सबसे ज्यादा मिले। हृदय रोग से जुड़े वरिष्ठ डॉक्टरों का कहना है कि ठंढ में शरीर के अंदर खून जम जाने के कारण मोटा हो जा रहा है, जिसके कारण हार्ट अटैक और ब्रेन स्ट्रोक के मरीजों की संख्या बढ़ गयी है। धूप निकलने के बाद भी लोगों को राहत नहीं मिल पा रही है क्योंकि सर्द हवाएं मौसम में गलत बढ़ा दे रही हैं। कानपुर में पिछले24 घण्टों के दौरान हार्ट अटैक से सात और ब्रेन अटैक से तीन रोगियों की मौत हो गई।इन्हीं अटैकों से ग्रस्त 8 मरीज अस्पताल के बेडों पर जूझ रहे हैं।बुधवार को विभिन्न रोगों के 25 रोगियों को भर्ती किया गया। हैलट में मेडिसिन की ओपीडी में 250 रोगी देखे गये थे। इनमें 70 फीसदी रोगियों का ब्लड प्रेशर अधिक रहा है। जीएसवीएम मेडिकल कॉलेज के सीनियर फिजीशियन डॉ. विशाल गुप्ता ने बताया कि रोगियों में हाई ब्लडप्रेशर का कोई लक्षण नहीं था।वे दूसरी तकलीफ लेकर आए थे, लेकिन जब उनका बीपी नापा गया तो अधिक निकला। कार्डियोलॉजी इंस्टीट्यूट में दो हृदय रोगियों की इलाज के दौरान मौत हुई है। इसके अलावा पांच रोगी ब्रॉट डेड आए। वहीं, कई मरीज अन्य लक्षणों के साथ पहुंचे। कार्डियोलॉजी के इमरजेंसी प्रभारी सीनियर कार्डियोलॉजिस्ट डॉ. उमेश्वर पांडेय ने बताया कि इमरजेंसी में 30 रोगियों को भर्ती किया गया। न्यूरो साइंसेज प्रमुख डॉ. मनीष सिंह के मुताबिक 40 फीसदी ब्रेन अटैक के रोगियों की अस्पताल पहुंचने के पहले ही मौत हो जाती है। दिक्कत होने पर रोगी को तुरंत अस्पताल लेकर आना चाहिए। 


 मैनपुरी में पिछले 24 घंटे में जिले के अलग-अलग क्षेत्रों में हार्ट अटैक से जिला अस्पताल में भर्ती एक मरीज सहित चार की मौत हो गई। दो अन्य मरीजों को गंभीर हालत में मेडिकल कॉलेज सैफई के लिए रेफर किया गया है। चिकित्सकों ने हार्ट के मरीजों को सर्दी से बचाव की सलाह दी है।भोगांव के जमैयतगंज निवासी जागेश्वर सिंह (40) को मंगलवार को हार्ट अटैक पड़ा। परिजन गंभीर हालत में उन्हें लेकर जिला अस्पताल पहुंचे। यहां उपचार के दौरान जागेश्वर सिंह की मौत हो गई। कुसमरा निवासी साबिर (52) को बुधवार की सुबह हार्ट अटैक पड़ा। परिजन उसे लेकर जिला अस्पताल पहुंचे। यहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। भोगांव के मोहल्ला जुगिया निवासी भीमसेन (70) को बुधवार की सुबह हार्ट अटैक पड़ा। परिजन उन्हें लेकर जिला अस्पताल पहुंचे। यहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। आलीपुरखेड़ा निवासी 55 वर्षीय कासिम को भी बुधवार की सुबह हार्ट अटैक पड़ा। परिजन उन्हें लेकर जिला अस्पताल पहुंचे। यहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। बुधवार को जिला अस्पताल में कुल 755 मरीज पहुंचे। इनमें से 11 को भर्ती किया गया। दो मरीजों की गंभीर हालत देखते हुए मेडिकल कॉलेज सैफई रेफर किया गया।

प्रदेश के अन्य जिलों से भी ऐसी खबरों की झड़ी लगी हुई है। बस्ती में युवा अधिवक्ता सुशील शुक्ला ठंढी लगने की बात समझ कर अस्पताल में भर्ती हुए।लेकिन जांच में वीपी बढ़ा हुआ था।हार्ट अटैक पड़ गया था। इलाज के दौरान उनकी मौत हो गयी। इस बार ठंढ में लक्षण से किसी को वीपी बढ़ने या हार्ट अटैक का रोगी होने की ऊपरी लक्षण से नहीं पता चल पा रहा है।जांच-पड़ताल होते-होते देर हो रही है।इस बीच 22 से 27 जनवरी को बरसात होने और गलन के साठ ठंढ बढ़ने की चर्चा से लोगों में दहशत बढ़ रहा है। विशेषज्ञ बार-बार ठंढ से बचने की सलाह दे रहे हैं।लेकिन लोगों की भी अपनी मजबूरी है।

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