मनोज श्रीवास्तव/लखनऊ।
उत्तर प्रदेश में एक लोकसभा और दो विधानसभा सीटों पर होने वाले उपचुनाव में रालोद-सपा गठबंधन में रालोद अध्यक्ष जयंत चौधरी ने घोषणा किया है कि एक विधानसभा सीट पर रालोद और एक लोकसभा व एक विधानसभा सीट पर समाजवादी पार्टी लड़ेगी। प्रायः गठबंधन दलों में बड़े दल इस प्रकार के निर्णयों की घोषणा करते हैं। लेकिन मंगलवार को बागपत पहुंचे रालोद अध्यक्ष व राज्यसभा सांसद जयंत चौधरी ने कहा कि खतौली विधानसभा पर आरएलडी प्रत्याशी मैदान में होगा। उन्होंने कहा कि मैनपुरी और रामपुर में सपा के सिंबल पर चुनाव लड़ा जाएगा। माना जा रहा है कि सपा रामपुर से मुलायम के भाई के पोते और लालू प्रसाद यादव के दामाद अक्षय यादव को और रामपुर विधानसभा सीट से आजमखान की पत्नी तंजीम फातिमा को प्रत्याशी बनायेगी।
भाजपा विधायक विक्रम सिंह को न्यायालय से दो साल की सजा मिलने के बाद सदस्यता समाप्त हो गयी है।सपा सरकार के दौरान कवाल में हुये दंगो के मामले में दोषी बताये गये हैं। चुनाव आयोग द्वारा खतौली विधानसभा उपचुनाव का एलान कर दिया गया है। खतौली विधानसभा चुनाव पांच दिसंबर को होगा, जबकि मतगणना आठ दिसंबर को होगी। चुनाव प्रक्रिया 10 दिसंबर से पहले पूरी करनी होगी। इस विधानसभा सीट से विधायक विक्रम सिंह की सदस्यता रद्द हुई थी। जिसके बाद से क्षेत्र में सियासी हलचल तेज हो गई। अब इस सीट पर सभी की नजरें टिकी हैं।
एक तरफ विक्रम सैनी की सदस्यता चली गई तो दूसरी तरफ सियासी आस्तीनें भी चढ़ने लगी हैं। सैनी की रालोद अध्यक्ष जयंत सिंह पर की गई टिप्पणी के बाद रालोद नेताओं ने खतौली में डेरा जमा लिया है, यहां 15 नवंबर को रालोद अध्यक्ष का रोड शो है। भाजपा नेता भी पूरे मामले पर निगाह रखे हुए हैं। भाजपा के लिये मुजफ्फरनगर दंगा सत्ता की वापसी का ऑक्सीजन बन कर आया था। भाजपा इसे जाट युवाओं की मुसलमानों द्वारा की गयी सरेबाजार हत्या के जख्म को फिर से ताजा करने की कोशिश में है।