गायघाट नगरपरिषद में अध्यक्ष पद की दावेदारी किसकी?

बस्ती

 नगरीय निकायों के चुनाव की रणभेरी जल्द ही बजने वाली है उत्तर प्रदेश सहित बस्ती जनपद में भी निकायों के चुनाव संपन्न होने हैं जिसमें 1नगर पालिका परिषद और 10 नगर पंचायत हैं सब लोग अपने अपने हिसाब से चुनाव में गणित बैठाने में व्यस्त हैं असली परीक्षा भारतीय जनता पार्टी में प्रत्याशियों की होगी जहां निकायों के आरक्षण के बाद स्थिति साफ होगी सबसे सुखद बात यह है कि अनेक नगर पंचायतों में बहुत ही सुयोग्य और अच्छे प्रत्याशी अपनी प्रत्याशी ता के लिए प्रयासरत हैं पार्टी कार्यालयों से लेकर के क्षेत्र और प्रदेश कार्यालय उत्तर अपने अपने हिसाब से चुनाव का गणित हल करने में व्यस्त हैं .

गायघाट नगर पंचायत में सात प्रत्याशी मुख्य रूप से दावेदार हैं जिसमें सर्वाधिक प्रबल प्रत्याशी ता गायघाट को नगर पंचायत का दर्जा दिलाने में श्रेय वाले प्रेम सागर त्रिपाठी का नाम है यद्यपि पार्टी और क्षेत्र में बड़ा नाम है फिर भी लोकतंत्र में एक तरफा टिकट मिलने की संभावना सब के बारे में धूमिल रहती है परंतु प्रेम सागर जी को यदि टिकट मिलता है तो उनकी प्रत्याशी था और जीत की प्रतिशत है अधिक संख्या में आंका जा सकता है यदि उनके कर्मों पर विचार करेंगे तो उनके अगल-बगल कोई नहीं टिकता परंतु लोकतंत्र में सबको अपनी ताल ठोकने का अधिकार है ऐसे में उन्हें अन्य प्रत्याशियों के मुकाबले अपनी बेहतर स्थिति नेतृत्व के सामने भी दर्ज करानी होगी यद्यपि उनकी वरिष्ठता सब पर भारी पड़ रही है फिर भी अनेक लोग उनके बराबर ताल ठोक रहे हैं जिनको जातीय समीकरण और अर्थतंत्र की मजबूती का लाभ लेने का अवसर मिल सकता है जिस तरह से लोग गायघाट क्षेत्र में चर्चा कर रहे हैं उस हिसाब से यही लगता है यदि भारतीय जनता पार्टी प्रेम सागर त्रिपाठी उनकी पुत्रवधू पर दाव लगाती है तो परिणाम लगभग जीत के करीब ही रहेगा .

गायघाट में एक बाल कृष्ण त्रिपाठी उर्फ़ पिंटू का नाम भी प्रमुखता से लिया जारहा है, ब्लाक प्रमुख कुदरहा की दावेदारी छोड़ने के बाद इनके नाम की चर्चा है और क्षेत्र में सकारात्मक रूप से चल रही हे.इन्हें विश्वाश हे अपने कार्य,सेवा व् समर्पण के नाते भाजपा अपना प्रत्याशी बना सकती है.।

परंतु कुछ एक दावेदारों का मंतव्य है और उनसे ज्यादा अच्छे हैं और और हमारा मत प्रतिशत अ

न्य से बेहतर है समाज में धन खर्च और बेहतर सेवा की दुहाई देकर अनेक प्रत्याशी भविष्य में जीत के संकल्प हो दोहराने का प्रयास करते हैं कर रहे हैं परंतु भारतीय जनता पार्टी का नेतृत्व किसके प्रति विश्वास व्यक्त करेगा यह तो भविष्य के घर में है परंतु परंतु स्थानीय जनप्रतिनिधि सांसद जिला अध्यक्ष क्षेत्रीय अध्यक्ष और प्रदेश नेतृत्व की भूमिका के बिना किसी के भी प्रत्याशी ता हो नहीं सकती ऐसे में हर प्रत्याशी जो गाय घाट में लगा हुआ है उसकी पुरजोर कोशिश है जिले से लेकर के प्रदेश तक मेरी प्रत्याशी था पर किसी प्रकार का कोई निर्धारण न लगने पाए और निर्बाध रूप से टिकट हमें ही मिले आसन्न लोकसभा चुनाव को देखते हुए भारतीय जनता पार्टी का स्थानीय निकायों का चुनाव लिटमस टेस्ट की तरह होगा इसलिए पार्टी जिले से लेकर प्रदेश स्तर तक बिना सोचे समझे किसी कोई प्रत्याशी नही घोषित होगा।

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