मरने से पहले 112 पर डायल कर मांगी थी मदत!
मनोज श्रीवास्तव/लखनऊ।
योगीराज में उत्तर प्रदेश के अंदर मुस्लिम कट्टरपंथी बेलगाम हो चुके हैं। कभी हिन्दू लड़की की पिता को धमकायेंगे कि अपनी बेटी हमें दे दो नहीं तो सर तन से जुदा कर देंगे। कभी मुस्लिम लड़की से प्यार करने वाले गैर धर्म के युवक की हत्या कर देंगे। बस्ती में इसी तरह के मामले में हिन्दू युवक को मार कर फेंक दिया गया था। उस घटना के बाद ताजा मामला बरेली से आया है। बरेली में शीशगढ़ थाना क्षेत्र के गांव जियानगला में 23 वर्षीय सुनील कुमार का शव पेड़ पर लटका मिलने के बाद पुलिस घटना को आत्महत्या साबित करने पर तुल गई तो गुस्साए ग्रामीणों ने शनिवार दोपहर डेढ़ बजे जाम लगा दिया। हालात बिगड़े तो पुलिस को छह लोगों फजल, यासीन, गुड्डू, इसरार अहमद, अबरार अहमद, सरफराज अहमद के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज करनी पड़ी। इसके बाद ग्रामीणों ने जाम खोल दिया। इसी बीच यह कहा जाने लगा कि सुनील ने अपनी मौत से पहले राम-राम जी नाम के एक व्हाट्सएप ग्रुप पर एक ऑडियो और फोटो वायरल किए हैं। ऑडियो में सुनील खुद को न मारने की बात कह रहा है। इसके अलावा उसने अपनी प्रेमिका का नाम लेकर भी कई बातें कही हैं। हालांकि यह ऑडियो और फोटो अब तक सामने नहीं आए हैं। सुनील का फोन पुलिस ने अपने कब्जे में ले लिया है। एसपी देहात राजकुमार ने बताया कि सुनील का फोन चेक किया तो उसमें यूपी-112 को कई बार डायल किया गया है, लेकिन यह पता नहीं चल पाया है कि उसकी बात हो पाई या नहीं। हालांकि यूपी-112 का हेडऑफिस सुनील के नंबर से कोई कॉल न आने की बात कह रहा है।
सुनील की ऑडियो वायरल होने की चर्चा शुरू होते ही ग्रामीणों का गुस्सा दोबारा फूट पड़ा। उन्होंने दोबारा साढ़े पांच बजे शीशगढ़-बहेड़ी रोड पर शव रखकर जाम लगा दिया। दोबारा जाम लगने की खबर मिलते ही पुलिस फोर्स के साथ तमाम अधिकारी मौके पर पहुंच गए। देर रात तक ग्रामीणों को शव हटाकर जाम खोलने के लिए मनाने की कोशिश चलती रही, लेकिन गांव वाले सभी आरोपियों की एक साथ गिरफ्तारी की मांग पर अड़े हैं। हालांकि पुलिस ने तीन आरोपियों को रामपुर से हिरासत में लेने की बात कही है,लेकिन लोग फिर भी जाम कोलने को तैयार नहीं हैं। सुनील और उसकी प्रेमिका के कुछ अंतरंग फोटो एक फेसबुक आईडी पर भी अपलोड हैं। अब पुलिस यह जानने में भी जुटी है कि यह फोटो किसने और किस मंशा से अपलोड किए हैं। फेसबुक पर फोटो अपलोड होने से गांव में लोग तरह तरह की चर्चाएं कर रहे हैं।
गांव वाले इस बार पूरी तैयारी के साथ जमा लगाकर बैठे हैं। उन्होंने रोशनी के लिए जनरेटर भी मंगा लिया है। देर रात एसपी देहात राजकुमार और एडीएम प्रशासन ऋतु पूनिया भी मौके पर पहुंच गईं। एक बजे तक दोनों अधिकारी ग्रामीणों और परिवार वालों को समझाने का प्रयास करते रहे, लेकिन कामयाबी नहीं मिली। गांव वालों ने साफ कह दिया है कि जब तक सभी आरोपी जेल नहीं भेजे जाएंगे वे न सुनील का अंतिम संस्कार करेंगे और न जाम खोलेंगे।पोस्टमार्टम रिपोर्ट में सुनील की मौत की वजह हैंगिंग आई है। परिवार वालों का कहना है कि सुनील के हाथ पीछे बंधे थे। उन्होंने सुनील की पेड़ पर फंदे से लटकाकर हत्या करने की बात कही है। सुनील के भाई ने बताया कि दूसरे समुदाय की युवती के साथ प्रेम प्रसंग का पता चलने पर लड़की पक्ष के लोगों से विवाद हुआ था। तब प्रधान के पति रेवाराम ने दोनों पक्षों के बीच समझौता करा दिया था। इसके बाद से ही आरोपी उनके परिवार से रंजिश मानते थे।