बस्ती,
शिक्षा विभाग अपने कारनामों के कारण नित नए किर्तिमान स्थापित करता रहता है।अवैध नियुक्तियां,भ्र्ष्टाचार इस विभाग की पहचान है।अभी ज्ञात समाचारों के परिप्रेक्ष्य में मामला कलवारी में श्री झनकू लाल इंटर कालेज का प्रकाश में आया है.अपने चाल और चरित्र के लिए कुख्यात दीनबन्धु उच्चतर माध्यमिक विद्द्यालय नदाव बस्ती में सहायक अध्यापक के रूप मे अयोग्य,व अक्षम मानक च्युत श्री हृदय राम चौधरी की कथित नियुक्ति हुई सन 2000 में।
वहाँ से साजिशन उन्होने अपना ट्रांसफर नदाव से कलवारी करवा लिया।बताते है हृदयँ राम चौधरी नियुक्ति के समय स्नातक कक्षा में थे।नियुक्ति के लिए स्नातक व बी एड होना अनिवार्य था।पर विभागीय कर्मचारियों की मिली भगत से कुछ भी औपचारिकता बिना पूरी किये विद्द्यालय प्रबन्धन,हृदयराम व जिला विद्यालय निरीक्षक कार्यालय की तिकड़ी ने हृदयराम को पूरी नोकरी कराया और इससे बड़ा दुस्साहस यह कि विभागीय जिम्मेदारों ने हृदय राम की पेंशन तक अवैध तरीके से जारी करदिया। बताते है इस साजिश में सयुक्त शिक्षा निदेशक व जिला विद्यालय निरीक्षक को बिना सज्ञान दिए षड्यन्त्र को अंजाम दे दिया.
बताते है जिस समय नदाव मे हृदय राम की नियुक्ति हुई उस समय उनकी आयु केवल 17 वर्ष की थी.धन्य है शिक्षा विभाग जिसने अवैध नियुक्ति को वैध ठहराने में करोड़ो के वेतन का भुगतान ही नही किया,अपितु विधि विरुद्ध पेशन भी जारी कर भ्र्ष्टाचार को लीगलाइज भी कर दिया।
अब चर्चा है नदाव व कलवारी के प्रबंधन कठोर कार्यवाई हो।जानकारों का कहना है इस संयुक्त कुकृत्य के लिए सरकार दीनबन्धु उमा विद्द्यालय नदाव व झिनकू लाल इंटर कालेज कलवारी की मान्यता तक प्रत्याहरित कर जिम्मेदारों से करोड़ो का लाभ लेने व दिलाने वालों से बाकायदा राजस्व वसूली भी कर सकती है।शिकायत कर्ता ने सयुक्त शिक्षा निदेशक बस्ती,जिला विद्यालय निरीक्षक बस्ती,जिला धिकारी बस्ती,निदेशक माध्यमिक शिक्षा को पत्र भेजकर सभी सम्बन्धित जिम्मेदारों पर समाज व सरकार के साथ कूट रचना के आरोप मे कठोरतम करवाई व राजस्व वसूली की मांग की है.
जानकारों का कहना है हृदयराम तो बानंगी है असंख्य घटनाओं को अंजाम दिया होगा शिक्षा विभाग के घाघों ने.