जिलाधिकारी श्रीमती प्रियंका निरंजन ने मालवीय रोड स्थित अधिशासी अभियंता विद्युत खण्ड-2 के कार्यालय का आकस्मिक निरीक्षण किया। उन्होंने कार्यालय में काफी गंदगी पाए जाने पर नाराजगी व्यक्त किया। यहां तक कि अधिशासी अभियंता के टेबल पर भी धूल पड़ी हुई थी। मुख्य गेट के पास बाहर भी काफी गंदगी पड़ी थी। जिलाधिकारी ने उसके साफ सफाई के निर्देश दिए हैं।
जिलाधिकारी ने फाइलों को व्यवस्थित ढंग से रखने का निर्देश दिया। स्टोर रूम में बेतरतीब पत्रावली के बंडल रखे हुए थे। उन्होंने कार्यालय में प्रकाश व्यवस्था बढ़ाने का निर्देश दिया। पत्रावलियों के निरीक्षण में उन्होंने पाया कि एक राइस मिल के बिल बकाया हैं। उन्होंने उसको वसूल करने का निर्देश दिया।
निरीक्षण के दौरान कार्यालय में श्रीमती गीता एवं मुन्नीलाल अनुपस्थित पाए गए। उन्होंने वेतन रोकते हुए उनका स्पष्टीकरण तलब करने का निर्देश दिया है। जिलाधिकारी ने शिकायत रजिस्टर, बिल रजिस्टर, मीटर बिल रजिस्टर आदि का निरीक्षण किया। उनके पूछने पर अधिशासी अभियंता ने बताया कि उनके क्षेत्र में कुल 80 विद्युत सखी हैं। इनके द्वारा बिलों का भुगतान कराया जाता है। उनके क्षेत्र में लगभग 45000 डिफाल्टर विद्युत उपभोक्ता है। उनके पूछने पर अधिशासी अभियंता ने बताया कि 3 साल पूर्व सभी लिपिकों का पटल बदला गया है। निरीक्षण के दौरान उन्होंने बिल रिवीजन रजिस्टर का भी निरीक्षण किया।
जिलाधिकारी ने निर्देश दिया है कि विद्युत विभाग के सभी अधिकारी अधिशासी अभियंता, सहायक अभियंता, एसडीओ तथा जेई अपने-अपने कार्य क्षेत्र में निवास करेंगे। समय-समय पर इसका आकस्मिक निरीक्षण भी कराया जाएगा। टोल फ्री नंबर 1912 पर प्राप्त शिकायतों का संबंधित अधिकारी तत्काल निस्तारण सुनिश्चित करेंगे। उन्होंने कहा कि सभी अधिकारियों का मोबाइल नंबर आपदा नियंत्रण कंट्रोल रूम में भिजवाए ताकि समय-समय पर उनके मूवमेंट के बारे में जानकारी की जा सके। अधिशासी अभियंता महेंद्र कुमार ने बताया कि जनपद में कुल 37 विद्युत उपकेंद्र हैं तथा 16 एसडीओ तैनात हैं। इसके अलावा सभी उप केंद्र पर जेई तैनात हैं। इस दौरान अधिशासी अभियंता एमके गौड भी उपस्थित रहे।
जिलाधिकारी ने फाइलों को व्यवस्थित ढंग से रखने का निर्देश दिया। स्टोर रूम में बेतरतीब पत्रावली के बंडल रखे हुए थे। उन्होंने कार्यालय में प्रकाश व्यवस्था बढ़ाने का निर्देश दिया। पत्रावलियों के निरीक्षण में उन्होंने पाया कि एक राइस मिल के बिल बकाया हैं। उन्होंने उसको वसूल करने का निर्देश दिया।
निरीक्षण के दौरान कार्यालय में श्रीमती गीता एवं मुन्नीलाल अनुपस्थित पाए गए। उन्होंने वेतन रोकते हुए उनका स्पष्टीकरण तलब करने का निर्देश दिया है। जिलाधिकारी ने शिकायत रजिस्टर, बिल रजिस्टर, मीटर बिल रजिस्टर आदि का निरीक्षण किया। उनके पूछने पर अधिशासी अभियंता ने बताया कि उनके क्षेत्र में कुल 80 विद्युत सखी हैं। इनके द्वारा बिलों का भुगतान कराया जाता है। उनके क्षेत्र में लगभग 45000 डिफाल्टर विद्युत उपभोक्ता है। उनके पूछने पर अधिशासी अभियंता ने बताया कि 3 साल पूर्व सभी लिपिकों का पटल बदला गया है। निरीक्षण के दौरान उन्होंने बिल रिवीजन रजिस्टर का भी निरीक्षण किया।
जिलाधिकारी ने निर्देश दिया है कि विद्युत विभाग के सभी अधिकारी अधिशासी अभियंता, सहायक अभियंता, एसडीओ तथा जेई अपने-अपने कार्य क्षेत्र में निवास करेंगे। समय-समय पर इसका आकस्मिक निरीक्षण भी कराया जाएगा। टोल फ्री नंबर 1912 पर प्राप्त शिकायतों का संबंधित अधिकारी तत्काल निस्तारण सुनिश्चित करेंगे। उन्होंने कहा कि सभी अधिकारियों का मोबाइल नंबर आपदा नियंत्रण कंट्रोल रूम में भिजवाए ताकि समय-समय पर उनके मूवमेंट के बारे में जानकारी की जा सके। अधिशासी अभियंता महेंद्र कुमार ने बताया कि जनपद में कुल 37 विद्युत उपकेंद्र हैं तथा 16 एसडीओ तैनात हैं। इसके अलावा सभी उप केंद्र पर जेई तैनात हैं। इस दौरान अधिशासी अभियंता एमके गौड भी उपस्थित रहे।