मनोज श्रीवास्तव/लखनऊ। लखनऊ के लुलु मॉल में नमाज पढ़ने के मामले की गर्मी अभी शांत नहीं हो पायी है कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के कर्मभूमि गोरखपुर जिले में एक हैरान करने वाला मामला सामने आया है। यहां मुख्य विकास अधिकारी संजय कुमार मीणा के सरकारी आवास के बाहर एक बुजुर्ग मुस्लिम ने नमाज पढ़ा। इस दौरान किसी राहगीर ने उसका वीडियो बनाकर वायरल कर दिया। वीडियो वायरल होने के बाद हिन्दू संगठनों ने इसका विरोध जताया है। एसपी सिटी ने जांच का आदेश दिया है।
वायरल वीडियो में दिख रहे राहगीर ने दावा किया कि बेतियाहाता स्थित आईएएस अधिकारी संजय कुमार मीणा के आवास के सामने बुजुर्ग नमाज पढ़ रहा है। राहगीर ने खड़े होकर वीडियो बनाते हुए कहा है इन्हें कहीं और जगह नहीं मिली है नमाज पढ़ने के लिए, यह मुख्य विकास अधिकारी के आवास के सामने आकर नमाज पढ़ रहे हैं। इससे भी बड़ी बात है कि सुरक्षा प्रशासनिक कर्मी देख भी रहे हैं लेकिन कुछ बोलने का जहमत नहीं उठा रहे हैं। राहगीर बुजुर्ग के नमाज पढ़ने की प्रक्रिया पूरी होने पर उसके पास पहुंचकर सवाल भी किया। राहगीर के पूछने पर बुजुर्ग ने कहा कि गलती हो गई, माफ कर दीजिए। अपनी गलती को स्वीकार रहे हैं।
इस पर राहगीर ने कहा कि आपको इसके अलावा कोई जगह नमाज पढ़ने के लिए नहीं मिली, तो इस पर बुजुर्ग ने जवाब दिया कि जगह साफ-सुथरी थी इसलिए यहां नमाज अदा कर ली। राहगीर के पूछताछ करने पर बुजुर्ग ने बताया कि वह अस्पताल में इलाज कराने के लिए आया है।
एसपी सिटी कृष्ण कुमार विश्नोई ने कहा कि वीडियो वायरल होने के बाद मामला संज्ञान में आया है। बुजुर्ग की तलाश की जा रही है। ऐसे समाजिक स्थल पर नमाज पढ़ने पर मनाही है। मामले की जांच के बाद शख्स पर कार्रवाई की जाएगी। सीडीओ संजय कुमार मीणा ने बताया कि नमाज पढ़ने का मामला सामने आया है। ऐसे किसी निजी स्थान पर कोई नमाज नहीं पढ़ सकता है। ऐसे में शख्स के ऊपर कार्रवाई करने का आदेश दिया गया है।