बस्ती 11 जुलाई
मुख्यमंत्री श्री योगी आदित्यनाथ द्वारा प्रदेश के 40 जनपदों के 50.10 लाख गन्ना कृषकों को लोकभवन लखनऊ में अंश प्रमाण पत्र वितरित किया गया गया। इस कार्यक्रम का सजीव प्रसारण कलेक्ट्रेट सभागार में जनपद की सहकारी गन्ना समितियों के 100 गन्ना कृषकों के समक्ष सम्पन्न हुआ। इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने कहा कि अंश प्रमाण पत्र प्राप्त करने से किसानों को एहसास होगा कि चीनी मिल में उनका भी योगदान है। उन्होंने कहा कि भविष्य में चीनी मिल के लाभान्श में उन्हें भी बोनस प्राप्त होगा। पिछले 5 वर्ष में गन्ना किसानों का एक लाख सतहत्तर हजार करोड़ रूपये गन्ना मूल्य का भुगतान किया गया है।
उन्होंने कहा कि भारत सरकार बायोफ्यूल सम्बन्धी नये-नये उद्योग स्थापना के प्रस्ताव ला रही है। इससे पेट्रोल और डीजल पर निर्भरता कम होगी। ईंधन के दाम कम होंगे। उन्होंने कहा कि मुण्डेरवा चीनी मिल सल्फरलेस चीनी बना रही है तथा एथेनाल का उत्पादन भी हो रहा है, जिसे पेट्रोल में मिलाकर ईंधन चलाया जा सकता है। उन्होंने कहा कि 2017 में सरकार बनने के साथ ही 86 लाख लघु एवं सीमान्त किसानों का ऋण माफी किया गया था। प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि के अन्तर्गतगत प्रत्येक वर्ष 6000 रूपये किसान के खाते में सीधे भेंजे जा रहे हैं। किसानों की आय डेढ़ गुना बढ़ाने के लिए कृषि विविधीकरण को बढ़ावा दिया जा रहा है।
जिलाधिकारी श्रीमती प्रियंका निरंजन द्वारा जनपद बस्ती की सहकारी गन्ना विकास समितियां बस्ती, मुण्डेरवां, गोविन्दनगर, टिनिच, गौर, बभनान एवं विक्रमजोत तथा जनपद संत कबीर नगर की सहकारी गन्ना समिति खलीलाबाद के कुल 100 गन्ना कृषकों-दयाराम, महेश कुमार, भानु प्रताप सिंह, सुरेश चन्द्र, हरिश्चन्द्र, मानिकराम, राम करन, सत्यनारायण पटेल, केशव प्रसाद मिश्र, ब्रह्मादीन, गंगेश्वर प्रसाद, राजेन्द्र सिंह, विजय बहादुर सिंह, कृष्ण नारायण चौधरी, विन्ध्याचल, बेनीमाधव, राजेश कुमार, सन्तोष कुमार, जगदीश प्रसाद, रामकेश, विवेकानन्द, विनोद, फूलचन्द्र, जगदीश, मयंकपाल चौधरी, लालजी, हरिकेश चौधरी, प्रेम चन्द्र, राजेश सिंह,ध्रुव नारायण आदि को अंश प्रमाण पत्र का वितरित किया गया। कार्यक्रम का संचालन जिला गन्ना अधिकारी, मंजू सिंह द्वारा किया गया।
इस अवसर पर अपर जिलाधिकारी अभय कुमार मिश्र, बीज उत्पादन अधिकारी, चीनी मिल मुण्डेरवां के प्रधान प्रबन्धक बृजेन्द्र द्विवेदी, गन्ना विभाग के अधिकारी/कर्मचारीगण एवं गन्ना कृषक उपस्थित रहे।