सम्भावित सूखे से निपटने हेतु अधिकारी सतर्क रहें,कलक्टर बस्ती

 


बस्ती 27 जुलाई 

सम्भावित सूखें के मद्देनजर फसलों का तत्काल सर्वे शुरू कराने के लिए जिलाधिकारी श्रीमती प्रियंका निरंजन ने कृषि विभाग के अधिकारियों को निर्देशित किया है। कृषि विज्ञान केन्द्र बंजरिया में जनपद स्तरीय खरीफ गोष्ठी को सम्बोधित करते हुए उन्होने निर्देश दिया कि प्रत्येक ब्लाक की सर्वे टीम में एक-एक किसान को भी नामित किया जाय। उन्होने कहा कि अभी तक काफी कम वर्षा हुयी है, जिसके कारण बुआई पिछड़ गयी है।
         उन्होने निर्देश दिया कि किसानों को वैकल्पिक फसल का बीज उपलब्ध कराया जाय ताकि सूखे की स्थिति में भी वे खेती कर सकें। रसायनिक खेती से खेत और मनुष्य का काफी नुकसान हो रहा है। उन्होने किसानों से अपील किया कि वे पराली न जलायें बल्कि वे निकट के गोशाला में दान कर दें। उन्होने कहा कि पराली जलाने से खेत एंव पर्यावरण दोनों का नुकसान होता है। उन्होने कृषि एवं संबंधित विभागों को निर्देशित किया कि किसानों के लिए भ्रमण कार्यक्रम आयोजित करें।
       उन्होने निर्देश दिया है कि जनपद में जैविक खेती का कलस्टर विकसित किया जाय। उन्होने कहा कि उद्यान विभाग को निर्देशित किया गया है कि वे 50-50 किसानों का गु्रप तैयार कर ले, जो नियमित रूप से सामयिक सब्जी उगाये। उन्होने ई-मार्केटिंग को बढावा देने का भी निर्देश दिया। इसके द्वारा किसान अपनी फसल पोर्टल पर अपलोड करेंगे, जिसे देखकर खरीद्दार कीमत लगाकर खरीद्दारी कर सकेंगे।
        इस अवसर पर उन्होने कृषि, रेशम, उद्यान, पशुपालन, सिंचाई, गन्ना, भारतीय स्टेट बैंक एंव अन्य विभागों द्वारा आयोजित प्रदर्शनी का अवलोकन किया। जिलाधिकारी ने निर्देश दिया कि प्रदर्शनी में प्रगतिशील किसानों के उत्पादों को भी रखा जाय ताकि अन्य किसान इससे प्रेरणा ले सकें। उन्होने कहा कि जनपद में कृषि आधारित उद्योगों की संभावना अधिक है। इसमें रेशम, मत्स्य, फर्नीचर, फल एंव फूल को शामिल किया जा सकता है। उन्होने कृषि विभाग को निर्देशित किया कि कम, मध्यम तथा दीर्घकाल के लिए इसकी कार्ययोजना तैयार करें।
       गोष्ठी को सम्बोधित करते हुए सीडीओ डा. राजेश कुमार प्रजापति ने कहा कि किसान गोशाला से दुधारू पशु ले सकते है। इसके रख-रखाव के लिए प्रतिमाह 900 रूपये दिये जायेंगे। उन्होने कृषि विभाग को निर्देश दिया कि नैनो यूरिया का प्रदर्शन किसानों को दिखाए। गोष्ठी को अध्यक्ष दिलीप पाण्डेय, अधिशासी अभियन्ता सरयू नहर खण्ड-4 राकेश कुमार गौतम, उप निदेशक कृषि अनिल कुमार, जिला कृषि अधिकारी मनीष सिंह, मत्स्य के संदीप वर्मा, उद्यान के विनोद मौर्या, रेशम के मायाराम यादव, नाबार्ड के मनीष सिंह, किसान परमानन्द सिंह ने भी सम्बोधित किया। कार्यक्रम का संचालन वैज्ञानिक डा. बी.बी. सिंह ने किया। इस अवसर पर भूमि संरक्षण अधिकारी डा. राजमंगल चौधरी, वैज्ञानिक डा. प्रेमशंकर सिंह तथा किसानगण उपस्थित रहें।

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