परसा जागीर प्राइमरी स्कूल में 337 में 219 तथा जूनियर हाईस्कूल में 182 में 105 छात्र-छात्राओं की उपस्थिति पर जिलाधिकारी श्रीमती प्रियंका निरंजन ने नाराजगी जाहिर करते हुए सभी अध्यापकों को निर्देश दिया है कि विद्यालय में छात्र-छात्राओं की शत प्रतिशत उपस्थिति सुनिश्चित करायें। माताओं के साथ मातृ सम्मेलन तथा अभिभावकों के साथ पैरेन्टस मीटिंग करके बच्चों को स्कूल भेजने के लिए प्रेरित करें। जिलाधिकारी ने आज कम्पोजिट विद्यालय परसा जागीर का निरीक्षण किया। आगमन की पूर्व सूचना के बावजूद आधे से अधिक बच्चे बिना समुचित ड्रेस के उपस्थित थे। जिलाधिकारी ने इसके लिए भी निर्देश दिया कि जब तक नये साल का पैसा नहीं आ जाता है बच्चे पुराने ड्रेस में विद्यालय आयें।
उन्होंने कक्षा 4 में जाकर तीन बच्चों से ब्लैकबोर्ड पर 3, 4 एवं 7 का पहाड़ा लिखवाया तथा उनसे अपना नाम भी लिखने को कहा। प्रसन्नता की बात रही है कि सभी बच्चो ंने सही-सही लिखा और इसके लिए जिलाधिकारी ने उन्हें शाबासी भी दियां। उनके निर्देश पर बच्चों को केला और आम वितरित किया गया। उन्होंने निर्देश दिया कि विद्यालय में एक कमरे को विज्ञान प्रयोगशाला के रूप में तैयार किया जाए ताकि कक्षा 6, 7 एवं 8 के बच्चे प्रारम्भिक विज्ञान करें और सीखें। उन्होंने स्मार्ट क्लास का भी निरीक्षण किया जहां पर प्रोजेक्टर स्थापित है। उन्होंने बच्चों को कमरे में बैठाकर इंटरनेट पर उपलब्ध पाठ्य सामग्री का अध्ययन कराने का निर्देश दिया।
ग्राम प्रधान राममूरत ने बताया कि बच्चों को भोजन करने के लिए टिन शेड स्वीकृत हुआ है इसका काम भी शुरू करा दिया था परन्तु आईडी जनरेट न होने के कारण अभी टिन शेड नहीं बन पा रहा है। इसको पूरा कराने के लिए जिलाधिकारी ने खण्ड विकास अधिकारी को निर्देशित किया है। उन्होंने निर्देश दिया कि आंगनबाड़ी की तरफ क्षतिग्रस्त चहारदीवारी को ठीक कराने तथा ऊँचा करने के लिए स्टीमेट तैयार करें। उन्होंने आंगनबाड़ी का निरीक्षण किया जो विद्यालय परिसर में ही स्थित है। यहां आंगनबाड़ी कार्यकत्री एवं सहायिका उपस्थित रहीं परन्तु बच्चे घर चले गये थे। कार्यकत्री ने बताया कि यहां पर कुल 25 बच्चे नामांकित हैं।
उन्होंने कक्षा 4 में जाकर तीन बच्चों से ब्लैकबोर्ड पर 3, 4 एवं 7 का पहाड़ा लिखवाया तथा उनसे अपना नाम भी लिखने को कहा। प्रसन्नता की बात रही है कि सभी बच्चो ंने सही-सही लिखा और इसके लिए जिलाधिकारी ने उन्हें शाबासी भी दियां। उनके निर्देश पर बच्चों को केला और आम वितरित किया गया। उन्होंने निर्देश दिया कि विद्यालय में एक कमरे को विज्ञान प्रयोगशाला के रूप में तैयार किया जाए ताकि कक्षा 6, 7 एवं 8 के बच्चे प्रारम्भिक विज्ञान करें और सीखें। उन्होंने स्मार्ट क्लास का भी निरीक्षण किया जहां पर प्रोजेक्टर स्थापित है। उन्होंने बच्चों को कमरे में बैठाकर इंटरनेट पर उपलब्ध पाठ्य सामग्री का अध्ययन कराने का निर्देश दिया।
ग्राम प्रधान राममूरत ने बताया कि बच्चों को भोजन करने के लिए टिन शेड स्वीकृत हुआ है इसका काम भी शुरू करा दिया था परन्तु आईडी जनरेट न होने के कारण अभी टिन शेड नहीं बन पा रहा है। इसको पूरा कराने के लिए जिलाधिकारी ने खण्ड विकास अधिकारी को निर्देशित किया है। उन्होंने निर्देश दिया कि आंगनबाड़ी की तरफ क्षतिग्रस्त चहारदीवारी को ठीक कराने तथा ऊँचा करने के लिए स्टीमेट तैयार करें। उन्होंने आंगनबाड़ी का निरीक्षण किया जो विद्यालय परिसर में ही स्थित है। यहां आंगनबाड़ी कार्यकत्री एवं सहायिका उपस्थित रहीं परन्तु बच्चे घर चले गये थे। कार्यकत्री ने बताया कि यहां पर कुल 25 बच्चे नामांकित हैं।
जिलाधिकारी ने बाल वाटिका में वृक्ष लगाकर पौधारोपण का शुभारम्भ किया। इस कार्य में बीएसए इन्द्रजीत प्रजापति, प्रधानाध्यापक डॉ0 शिव प्रसाद, अमित कुमार, ग्राम प्रधान राममूरत ने आवश्यक सहयोग प्रदान किया। पूर्व में स्थापित पोषण वाटिका में आम, अमरूद, पपीता, रूद्राक्ष, चितवन आदि वृक्ष का उन्होंने निरीक्षण किया।